सिन्ध नदी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सबसे प्राचीन लिपि भारतवर्ष में अशोक की पाई जाती है जो सिन्ध नदी के पार के प्रदेशों ( गाँधार आदि ) को छोड़ भारतवर्ष में सर्वत्र बहुधा एक ही रूप की मिलती है ।
- प्राप्त जानकारी के अनुसार अनुभाग के डिरौलीपार थानान्तर्गत् ग्राम रूहेरा में रविवार को सुबह 8 बजे सिन्ध नदी तट पर गौरी पूजन के दौरान विसर्जन करते समय 5 बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई।
- दूसरे दिन सुबह खानू अपने घर के दरवा $ जे पर खड़ा दातून कर रहा था तो गली में किसी ने हाँक मारी . .. ‘ पलो मछी-पलो मछी ' ( सिन्ध नदी में पैदा होनेवाली मछली ) ।
- जिन भाषाओं से बाजरे की सूखी रोटी की गन्ध आती हो , उनमें हम गेहूँ खाने वालों को कैसे रस आएगा ? हम सिन्ध शाह की कविता पर जान देने वाले सिन्ध नदी पर जीने वाले , सिन्ध से बाहर जाकर कैसे जीवन बिताएँगे ?
- मैं घटना के समय सिन्ध नदी पुल के समीप था पुलिस की लापरवाही तथा उदसीनता के चलते उक्त घटना घटित हुई है घटना के दौरान पुलिस द्वारा लोगों पर लाठीचार्ज करने से भीड़ अनियंत्रित हो गई और लोग अपनी जान बचाने के चक्कर में पुल से कूद गये कुछ लोग भगदड़ के दौरान पैरों तले दब गये।
- भीड़ द्वारा पथराव करने से एसडीओपी सहित गनमैन घायल : - सेवढ़ा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बी . एन . वसावे रतनगढ़ माता मंदिर स्थित सिन्ध नदी पुल पर निगरानी रखे हुये थे तभी दोपहर दो बजे करीब भीड़ उत्तेजित हो गई और पुलिस को घटना को दोषी मानते हुये पथराव किया जिससे एसडीओपी बी . एन . वसावे सहित गनमैन घायल हो गया।
- प्रत्यक्ष दशर्नीयों के अनुसार सिन्ध नदी पुल जिसकी लंबाई लगभग तीन सौ मीटर है सुबह करीब आठ बजे पुल पर अत्यधिक भीड़ हो गई उसी समय किसी व्यक्ति ने यह अफवाह फैला दी कि पुल टूट रहा है जिससे भयभीत होकर लोग अपनी जान बचाने के चक्कर में कुछ लोग पुल से पानी में कूद गये कुछ लोगों के पैरों तले दवने से काल के मुॅह में समा गये।
- पूर्व में भी हो चुका हादसा : - 4 अक्टूबर 2006 को प्रशासन की लापरवाही के कारण ही नदी मे ंडूबने से आधा सैकड़ा लोगों की उस समय मणिखेडा डेम से पानी छोडे जाने के कारण नदी का जल स्तर अचानक बढ जाने से नदी को पार करते समय आधा सैकड़ा लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी उस घटना के बाद शासन ने सिन्ध नदी पुल का निर्माण कराया है।
- प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रूहेरा के ग्रामीण महिलाऐं गौरी पूजन करने के लिये सिन्ध नदी तट पर गई थी उनके साथ अन्य बच्चे भी गये थे तभी अनीष नदी में नहाने के लिये उतरा उसके साथ उसका मित्र अजमेर , मुस्कान भी नदी में नहाने लगे और नदी में डूबने लगे उनके चिल्लाने पर अन्य बच्चे भी सहायता के लिये दौड़े किन्तु उन्हें बचाने के चक्कर में साजिया बानो , केसकली भी डूब गये।
- प्रशासन की लापरवाही बना घटना का कारण : -मंदिर पर लाखों की संख्या में भीड़ को देखते हुये पुलिस प्रशासन द्वारा यातायात व्यवस्था , पर्किंग व्यवस्था ढंग से नहीं की गई थी तथा प्र्याप्त पुलिस बल न होने के कारण सिन्ध नदी पुल पर बहुत अधिक संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई थी भगदड़ के समय पुलिस ने सूझ बूझ से काम न लेते हुये लाठी चार्ज किया जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई और उक्त दुखद घटना घटित हो गई ।