सुदक्षिणा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महाराजा दिलीप नन्दिनी के साथ सायंकाल जब लौटते हैं तो स्वागतार्थ सुदक्षिणा आगे आती है तब सुदक्षिणा एवं दिलीप के मध्य नन्दिनी ऐसे शोभित होती है जैसे दिन और रात्रि के बीच सन्ध्या सुशोभित होती है।
- महाराजा दिलीप नन्दिनी के साथ सायंकाल जब लौटते हैं तो स्वागतार्थ सुदक्षिणा आगे आती है तब सुदक्षिणा एवं दिलीप के मध्य नन्दिनी ऐसे शोभित होती है जैसे दिन और रात्रि के बीच सन्ध्या सुशोभित होती है।
- दिलीप और सुदक्षिणा के तपोमय जीवन से प्रारम्भ इस काव्य में क्रमश : रघुवंशी राजाओं की वदान्यता, वीरता, त्याग और तप की एक के बाद एक कहानी उद्घाटित होती है और काव्य की समाप्ति कामुक अग्निवर्ण की विलासिता और उनके अवसान से होती है।
- ' ' समाज में नारी की भूमिका '' में प्राच् य पाश् चात् य नारी मुक्ति का गवेषणात् मक पर्यावलोकन करते हुए श्रीमती रावल ने भारतीय नारी के सांस् क्रतिक ईश् वरत् व को प्रकट कर अपना सुदक्षिणा रूप सहज ही प्रवर्तित किया है।
- दिलीप और सुदक्षिणा के तपोमय जीवन से प्रारम्भ इस काव्य में क्रमश : रघुवंशी राजाओं की वदान्यता , वीरता , त्याग और तप की एक के बाद एक कहानी उद्घाटित होती है और काव्य की समाप्ति कामुक अग्निवर्ण की विलासिता और उनके अवसान से होती है।
- आपको अपनी कहानियों के कौन से चरित्र बहुत पसंद हैं ? क्यों? ‘लूला हैदर' ही क्यों ? ‘नातूर' का बादशाह खान , ‘संगात जायते कामः' की सुदक्षिणा ,'दो औरतें' की संक्रांति , ‘हरामी' का हेनरी , ‘शराबी' का शंकर नारायन, ‘मुजस्समां' की अफशां , ‘सर्वप्रिया' की सैली , ‘अन्ततः पारदर्शी' की नायिका।
- दिलीप और सुदक्षिणा का तप : पूत आचरण, वरतंतु के शिष्य कौत्स और रघु का संवाद, इंदुमती स्वयंवर, अजविलाप, राम और सीता की विमानयात्रा, निर्वासित सीता की तेजस्विता, संगमवर्णन, अयोध्या नगरी की शून्यता आदि का चित्र एक के बाद एक उभरता जाता है और पाठक विमुग्ध बना हुआ मनोयोग से उनको देखता जाता है।
- दिलीप और सुदक्षिणा का तप : पूत आचरण , वरतंतु के शिष्य कौत्स और रघु का संवाद , इंदुमती स्वयंवर , अजविलाप , राम और सीता की विमानयात्रा , निर्वासित सीता की तेजस्विता , संगमवर्णन , अयोध्या नगरी की शून्यता आदि का चित्र एक के बाद एक उभरता जाता है और पाठक विमुग्ध बना हुआ मनोयोग से उनको देखता जाता है।