सुमतिनाथ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मेहता 18वीं शताब्दी के जैन भिक्षुओं की रचानाओं का उल्लेख करते हुए कहते हैं कि अयोध्या वह जगह हैं जहां पांच जैन तीर्थंकर , ऋषभदेव, अजितनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ और अनंतनाथ रहा करते थे.
- मेहता 18वीं शताब्दी के जैन भिक्षुओं की रचानाओं का उल्लेख करते हुए कहते हैं कि अयोध्या वह जगह हैं जहां पांच जैन तीर्थंकर , ऋषभदेव, अजितनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ और अनंतनाथ रहा करते थे.
- तीर्थंकर जैन धर्म मे 24 तीर्थंकरों को माना जाता है | 1 ऋषभदेव जी इन्हें आदिनाथ भी कहा जाता है 2 अजितनाथ जी 3 सम्भवनाथ जी 4 अभिनंदन जी 5 सुमतिनाथ जी 6 पद्ममप्रभु जी 7 सुपाश्वॅनाथ जी 8 चंदाप्रभु जी 9 सुविधिनाथ जी इन्हें पुष्पदन्त भी कहा जाता है 10
- ( 1) ऋषभदेव या आदिनाथ, (2) अजितनाथ, (3) संभवनाथ, (4) अभिनंदननाथ, (5) सुमतिनाथ, (6) पदम प्रभु, (7) सुपार्श्वनाथ, (8) चंद्रप्रभु, (9) पुष्पदंत, (10) शीतलनाथ, (11) श्रेयांसनाथ, (12) वासूपूज्य, (13) विमलनाथ, (14)अनंतनाथ, (15) धर्मनाथ, (16) शांतिनाथ, (17) कुंतुनाथ, (18)अमरनाथ, (19) मल्लिनाथ, (20) मुनि सुव्रत, (21) नमिनाथ, (22) नेमिनाथ, (23) पार्श्वनाथ और (24) महावीर स्वामी।
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ :
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ :
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ : धर्म
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ : धर्म
- जिन २ ४ हुए हैं , जिनकी नाम ये हैं - ऋषभदेव , अजितनाथ , संभवनाथ , अभिनंदन , सुमतिनाथ , पद्मप्रभ , सुपार्श्व , चंद्रप्रभ , सुविधिनाथ , शीतलनाथ , श्रेयांस- नाथ , वासुपूज्य स्वामी , विमलनाथ , अनंतनाथ , धर्मनाथ , शांतिनाथ , कुंथुनाथ , अरनाथ , मल्लिनाथ , मुनिसुव्रत स्वामी , नमिनाथ , नेमिनाथ , पार्श्वनाथ , महावीर स्वामी ।
- जिन २ ४ हुए हैं , जिनकी नाम ये हैं - ऋषभदेव , अजितनाथ , संभवनाथ , अभिनंदन , सुमतिनाथ , पद्मप्रभ , सुपार्श्व , चंद्रप्रभ , सुविधिनाथ , शीतलनाथ , श्रेयांस- नाथ , वासुपूज्य स्वामी , विमलनाथ , अनंतनाथ , धर्मनाथ , शांतिनाथ , कुंथुनाथ , अरनाथ , मल्लिनाथ , मुनिसुव्रत स्वामी , नमिनाथ , नेमिनाथ , पार्श्वनाथ , महावीर स्वामी ।