सूक्ष्मजीव विज्ञान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विज्ञान , पोषण विज्ञान, रोगक्षमता विज्ञान, भ्रूण विज्ञान, सूक्ष्मजीव विज्ञान, महामारी विज्ञान एवं स्वच्छता विज्ञान के संबंध में हो रहे अनुसंधानों से चिकित्साक्षेत्र में बड़ी उन्नति हुई हैं।
- इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विज्ञान , पोषण विज्ञान, रोगक्षमता विज्ञान, भ्रूण विज्ञान, सूक्ष्मजीव विज्ञान, महामारी विज्ञान एवं स्वच्छता विज्ञान के संबंध में हो रहे अनुसंधानों से चिकित्साक्षेत्र में बड़ी उन्नति हुई हैं।
- पाश्चर ने चिकित्सकीय व पर्यावरणीय सूक्ष्मजीव विज्ञान में एक-से तरीकों का उपयोग करके इस विषय में एकीकरण लाने का जो प्रयास किया था उसका स्थान विशिष्ट विषयों ने ले लिया।
- रूस के सर्जाई विनोग्राद्स्की और हॉलैण्ड के मार्टिनस बीयेरिंक और अल्बर्ट क्लूवर के शोध कार्य का परिणाम था कि पर्यावरणीय सूक्ष्मजीव विज्ञान धीरे-धीरे तुलनात्मक जैव रसायन की एक शाखा बन गया।
- इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विज्ञान , पोषण विज्ञान , रोगक्षमता विज्ञान , भ्रूण विज्ञान , सूक्ष्मजीव विज्ञान , महामारी विज्ञान एवं स्वच्छता विज्ञान के संबंध में हो रहे अनुसंधानों से चिकित्साक्षेत्र में बड़ी उन्नति हुई हैं।
- इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विज्ञान , पोषण विज्ञान , रोगक्षमता विज्ञान , भ्रूण विज्ञान , सूक्ष्मजीव विज्ञान , महामारी विज्ञान एवं स्वच्छता विज्ञान के संबंध में हो रहे अनुसंधानों से चिकित्साक्षेत्र में बड़ी उन्नति हुई हैं।
- हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग ने गोबर व पानी के घोल द्वारा चलने वाले जनता मॉडल के बायोगैस प्लांट को संशाधित करके ऐसा डिजाईन तैयार किया है जो ताजे गोबर से चलता है।
- चिकित्सा शिक्षण में भौतिकी , सांख्यिकी , रसायन , वनस्पति , प्राणि तथा सूक्ष्मजीव विज्ञान , मानवीय शरीररचना , कायिकी-विकृतिविज्ञान , प्रतिरक्षण विज्ञान , इत्यादि प्रत्यक्ष : , तथा अन्य सभी विज्ञान परोक्षत : , सहायक होते हैं।
- सूसक्ष्मजीव इकॉलॉजी : किसी समय यह सूक्ष्मजीव विज्ञान की एक विशिष्ट शाखा थी मगर अब केन्द्र में आती जा रही है पोलीमरेज चेन रिएक्शन तथ्ज्ञा क्लोनिंग तकनीक की बदौलत अब यह संभव हो गया है कि आप मॉडल जीवों के संकीर्ण दायरे से मुक्त होकर लगभग किसी भी सूक्ष्मजीव का अध्ययन कर सकते हैं।
- वर्तमान में यह संस्थान कृषि रसायन , कृषि अर्थशास्त्र, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि प्रसार, कृषि भौतिकी, कृषि सांख्यिकी, सस्यविज्ञान, जैव रसायनविज्ञान, कम्प्यूटर अनुप्रयोग (केवल एम.एससी.), कीटविज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, आनुवंशिकी, औद्यानिकी, सूक्ष्मजीव विज्ञान, आण्विक जीवविज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, सूत्रकृमि विज्ञान, पादप आनुवंशिक संसाधन, पादप रोगविज्ञान, पादप शरीरक्रिया विज्ञान, कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी, बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विज्ञान तथा जल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषयों में एम.एससी. और पीएच.डी. की उपाधियां प्रदान करता है।