सूर्य नाड़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पिंगला या सूर्य नाड़ी : यह शरीर के दाएँ भाग का नियंत्रण करती है।
- नाक के बाएं छिद्र को चन्द्र नाड़ी तथा बाएं छिद्र को सूर्य नाड़ी कहते हैं।
- पिंगला दायीं ओर होती व सूर्य नाड़ी कहलाती है एवं पॉजीटिव आवेशयुक्त होती है ।
- दक्षिण दिशा यमलोक की ओर ले जाने वाली व दाईं बाजू सूर्य नाड़ी की है।
- से साँस अन्दर लेकर सूर्य नाड़ी से रेचन करते हैं और फिर सूर्य नाड़ी से साँस
- से साँस अन्दर लेकर सूर्य नाड़ी से रेचन करते हैं और फिर सूर्य नाड़ी से साँस
- बाएँ नासिका छिद्र में इडा यानी चंद्र नाड़ी और दाएँ नासिका छिद्र में पिंगला यानी सूर्य नाड़ी स्थित है।
- पिंगला दायें नासारन्ध्र से चलने वाली सूर्य नाड़ी है जिसका रंग लाल है औ इसे रौद्रात्मिका भी कहते हैं।
- बाएं नासिका छिद्र में इडा यानी चंद्र नाडी और दाएं नासिका छिद्र में पिंगला यानी सूर्य नाड़ी स्थित है।
- जब सूर्य नाड़ी से श्वास-प्रश्वास प्रवाहित होता है तो शरीर को उष्मा प्राप्त होती है यानी गर्मी पैदा होती है।