सोमयाग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कर्मांग श्राद्ध-भावी सन्तति हेतु किए जाने वाले गर्भाधान , सोमयाग , सीमान्तोन्नयन आदि संस्कार 7 .
- सोमयाग मे आपकी प्रशंसा करते हुये ये ऋत्विज एवं यजमान आपकी दानशिलता को जानते है ॥६॥
- चतुर्थ से दशम अध्यायपर्यन्त अध्यायों में सोमयाग , वाजपेय तथा राजसूय नामक यज्ञों के मंत्र संगृहीत हैं।
- “”सदस्य“” नामक 17वाँ ऋत्विज् सोमयाग में प्रत्यक्ष भाग न लेकर “सद” नामक मंडप में बैठा रहता है।
- कौषीतकि ब्राह्मण में मात्र 30 अध्याय हैं- जबकी दोनों ही ॠग्वेदीय ब्राह्मणों का वर्ण्यविषय एक ही सोमयाग है।
- शुद्ध द्वैतवाद के अनुसार अग्निहोत्र , दर्शपौर्णमास , पशुयाग , चातुर्मास्य और सोमयाग करने से मोक्ष प्राप्त होता है।
- जिनमें भैषज्य यज्ञ , राजसूय , वाजपेय , अग्निष्टोम , सत्रमेध , सोमयाग , पुरश्चरण की प्रमुखता है ।
- जिनमें भैषज्य यज्ञ , राजसूय , वाजपेय , अग्निष्टोम , सत्रमेध , सोमयाग , पुरश्चरण की प्रमुखता है ।
- सामवेद मुख्यत : उपासना से सम्बद्ध है, सोमयाग में आवाहन के योग्य देवताओं की स्तुतियॉं इसमें प्राप्त होती है ।
- सोमयाग करने वाले प्रत्येक याजक को तीनो कोटि के सप्तरत्नो अर्थात इक्कीस प्रकार के रत्नो ( विशिष्ट कर्मो) को प्रदान करें।