स्टेलिन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ये भी हमारी विचारधारा है . और हमारा नेता स्टेलिन ट्रोतोसकी या फिर स्टेलिन है.मुस्तफा कमल पासा है लेकिन ये सब लोग गाँधी की तरह उद्योगपति के दलाल नहीं तो जो अंग्रेजो के साथ बैठ कर व्यापर करने वाले नहीं है.
- ये भी हमारी विचारधारा है . और हमारा नेता स्टेलिन ट्रोतोसकी या फिर स्टेलिन है.मुस्तफा कमल पासा है लेकिन ये सब लोग गाँधी की तरह उद्योगपति के दलाल नहीं तो जो अंग्रेजो के साथ बैठ कर व्यापर करने वाले नहीं है.
- उसे भी मूझे इसलिए प्रयोग करना पड़ा क्योंकि मेरे साफ़-साफ़ कहने के बावजूद कि ' आपका सन्देश इतना बड़ा है कि उसका एक चौथाई ही पढ़ सका ' , आपने स्टेलिन की शैली में पूछा , ' आधा ही क्यों पढ़ा ? '
- [ 37 ] ' बोर्गस का दक्षिणपंथी तानाशाहों का समर्थन करने के कारण नोबेल पुरस्कार न जीत पाना , जोसेफ स्टेलिन जैसे पुरस्कार विजेताओं के बिल्कुल विपरीत जिन्होनें खुले तौर पर सार्टरे और नेरूडा केस में दक्षिण पंथी तानाशाहों का समर्थन किया था .
- इसीलिए तो प्रतिक्रियावादी जर्मनी में उत्पन्न होकर और पलकर भी आइनस्टाइन विद्रोही हैं , और संसार की सबसे विराट् , सबसे अधिक आग्नेय घोरतम युग-प्रवर्तक रूसी क्रान्ति की गोद में पलकर भी स्टेलिन विद्रोही नहीं हो पाया , जूठन बीननेवाला ही रह गया है ...
- स्टेलिन ने अपनी जिंदगी में एक करोड़ लोगों की हत्या की , किसी जार ने अथवा सब जारों ने मिलकर भी इतने आदमी नहीं मारे थे ! तो बड़ी कठिन बात है कि क्रांति भी होती है तो फिर उसके ऊपर एक जार बैठ जाता है।
- रूस में स्टेलिन के जमाने में स्त्रियों व बच्चों का राष्ट्रीयकरण करके कम्युनिस्ट शासन में नया प्रयोग किया था , जो पूरी तरह असफल हुआ और पुन : पारंपरिक ढाँचे में ही लौटना पड़ा . यूरोप में नार्वे-स्वीडन जैसे देशों में आज वर्जनाहीन समाज है .
- यद्यपि उसे पढने से तुरंत ही प्रतीत हो जाता है कि यह लेख किस ऐसे का लिखा है , जिसके स्वार्थ को स्टेलिन के कारण धक्का पहुंचा है , तो भी उससे स्टेलिन की ऐसी कितनी ही विशेषताओं का पता लगता है , जो लेखक की दृष्टि में यद्यपि असभ्यता और अशिक्षित होने की सूचक हैं , पर भारतवासियों की दृष्टि में वे एक सच्चे तपस्वी के गुण समझी जाती हैं .
- यद्यपि उसे पढने से तुरंत ही प्रतीत हो जाता है कि यह लेख किस ऐसे का लिखा है , जिसके स्वार्थ को स्टेलिन के कारण धक्का पहुंचा है , तो भी उससे स्टेलिन की ऐसी कितनी ही विशेषताओं का पता लगता है , जो लेखक की दृष्टि में यद्यपि असभ्यता और अशिक्षित होने की सूचक हैं , पर भारतवासियों की दृष्टि में वे एक सच्चे तपस्वी के गुण समझी जाती हैं .