स्मृतिहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन जो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा स्मृतिवान , जाग्रत या ध्यानी है उसके लिए दूसरा जन्म लेने में कठिनाइयां खड़ी हो जाता है, क्योंकि प्राकृतिक प्रोसेस अनुसार दूसरे जन्म के लिए बेहोश और स्मृतिहीन रहना जरूरी है।
- लेकिन जो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा स्मृतिवान , जाग्रत या ध्यानी है उसके लिए दूसरा जन्म लेने में कठिनाइयां खड़ी हो जाता है, क्योंकि प्राकृतिक प्रोसेस अनुसार दूसरे जन्म के लिए बेहोश और स्मृतिहीन रहना जरूरी है।
- लेकिन जो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा स्मृतिवान , जाग्रत या ध्यानी है उसके लिए दूसरा जन्म लेने में कठिनाइयां खड़ी हो जाता है, क्योंकि प्राकृतिक प्रोसेस अनुसार दूसरे जन्म के लिए बेहोश और स्मृतिहीन रहना जरूरी है।
- लेकिन जो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा स्मृतिवान , जाग्रत या ध्यानी है उसके लिए दूसरा जन्म लेने में कठिनाइयां खड़ी हो जाता है , क्योंकि प्राकृतिक प्रोसेस अनुसार दूसरे जन्म के लिए बेहोश और स्मृतिहीन रहना जरूरी है।
- दिनोदिन स्मृतिहीन होते जा रहे हमारे समाज में एक लगभग भुलाए जा चुके लेखक की स्मृति को संरक्षित करने के कार्यक्रम को यह ‘ साज़िश ' करार देता है , क्योंकि उसमें मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भी शिरकत की।
- / सुखो के नहीं होते पाले / दुःख होते स्मृतिहीन / पृथ्वी नहीं बदलती भूगोल अपना / रोज नहीं उगते निजी ईश्वर / बढ़ते नाखूनों की तरह रोज बढ़ता प्रेम / तुम जब लिखते कविता / वो नहीं सहेजता दिन भर भू ख.
- ' स्मृतिहीन और दायित्व की पीड़ा से अलग...' जैसे ही इस पंक्ति को पढ़ चुकी होती हूं कि एयरहोस्टेस पूछती है, ' डू यू नीड एनीथिंग मैम...?' मैं उसकी ड्यूटी पर मुस्तैद मुस्कुराहट का जवाब दिली मुस्कुराहट से देती हूं यह कहते हुए कि ' नो, आई डोंट नीड एनीथिंग, थैंक्स.'
- ' स्मृतिहीन और दायित्व की पीड़ा से अलग...' जैसे ही इस पंक्ति को पढ़ चुकी होती हूं कि एयरहोस्टेस पूछती है, ' डू यू नीड एनीथिंग मैम...?' मैं उसकी ड्यूटी पर मुस्तैद मुस्कुराहट का जवाब दिली मुस्कुराहट से देती हूं यह कहते हुए कि ' नो, आई डोंट नीड एनीथिंग, थैंक्स.'
- ' स्मृतिहीन और दायित्व की पीड़ा से अलग...' जैसे ही इस पंक्ति को पढ़ चुकी होती हूं कि एयरहोस्टेस पूछती है, ' डू यू नीड एनीथिंग मैम...?' मैं उसकी ड्यूटी पर मुस्तैद मुस्कुराहट का जवाब दिली मुस्कुराहट से देती हूं यह कहते हुए कि ' नो, आई डोंट नीड एनीथिंग, थैंक्स.'
- अब जिनके लिए इतिहास और स्मृति मानव सभ्यता और मन पर लदा हुआ बोझ है और जिनकी दिलचस्पी इतिहास-मुक्त और स्मृतिहीन होने में है उनकी बात और है , लेकिन जिनकी दिलचस्पी आज के संकट को समझने तथा बदलने में है , उनके लिए इतिहास आज नये सिरे से महत्त्वपूर्ण हो उठा है।