स्वयंप्रभा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सम्प्रति ' स्वयंप्रभा ' और ' अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन ' के अध्यक्ष।
- हिमाद्रि तुंगशृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती स्वयंप्रभा समुज्ज्वला , स्वतंत्रता पुकारती ...
- स्वयंप्रभा की कर्मठता एवं ईमानदारी के कारण उसकी पदोन्नति शीघ्र होती गई
- स्वयंप्रभा की कर्मठता एवं इमानदारी के कारण उसकी पदोन्नति शीघ्र होती गई और
- एक बहुत ही छोटे से गाँव “उमरी” में स्वयंप्रभा का जन्म हुआ था।
- तुम्हारा कल्याण हो।” इतना कह कर तपस्विनी स्वयंप्रभा अपने स्थान में वापस चली गईं।
- ये पात्र हैं-जानकी , कैकेयी, कौशल्या, सुमित्रा, अहल्या अनसूया, शबरी, स्वयंप्रभा, तारा, मन्दोदरी, त्रिजटा और शूर्पणखा।
- पर पता नहीं स्वयंप्रभा जैसा इतना महत्वपूर्ण पात्र महाग्रंथ में उपेक्षित क्यूं रह गया .
- स्वयंप्रभा ने समाज की उपेक्षा ही को तो अपनी आत्म शक्ति बनाया था और उसी
- स्वयंप्रभा सीताजी के लंका में होने की बात बता वापस अपनी गुफा में चली जाती हैं।