स्वार्थांध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह प्रकृति का कोप है- किन्तु जब अतिचार पर उद्धत मनुज स्वार्थांध होकर लालसाओं के लिये औचित्य को दे मार ठोकर , निराकृत हो रूप धर प्रतिकार हित बन सर्वनाशी सृष्टि के उस पाप को जड़-मूल से उच्छिन्न करतीं . *
- यानि चूहा भी आंतरिक गद्दारों की वजह से इतना बोल पाने की हिम्मत रखने लगा और कुकृत्यों में लिप्त राजनेता और स्वार्थांध राजनीति ने हमे बेबस बना दिया कि हम चुपचाप रहकर सारे दुष्कृत्य देखते रहें , सारे अन्याय सहते रहें .
- परंतु उनकी इस अज्ञान निद्रा के खुलने और नूतन दृष्टि के फिर हो जाने से स्वार्थांध और अकारण विद्वेषी रूप चोरों के लूटने में बाधा उपस्थित होने की संभावना होने लगी , कि ऐसा न हो कि कभी गुरुआई और पुरोहिती से भी हाथ धोना पड़ जावे।
- कथा-सम्राट प्रेमचंद तो निरे नासमझ थ े , जो वर्षों पूर्व कह गए कि आजादी के बाद भी यदि सत्ता और संपत्ति का प्रभुत्व बना रह ा, हमारे कर्णधार बड़ी-बड़ी मोटरों में घूमते रह े, बड़े-बड़े बंगलों में रहते रह े, स्वार्थांध हो लूट-खसोट करते रहे तो ऐसी सरकार और ऐसे सुराजका क्या मतल ब?