हज़रत उसमान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस वाक़िआत के पेशे नज़र हज़रत उसमान के क़त्ल को वक्ती जोश और हंगामी जज़्बे का नतीजा क़रार देकर चंन्द बलवाइयों के सर थोप देना , हक़ीक़त पर पर्दा डालना है।
- हज़रत उसमान ऐसा सरीह झूट बोलना न चाहते थे मगर मर्वान ने कुछ ऐसा चकमा दिया कि वह आमादा हो गए और मस्जिदे नबवी में खुत्बा देते हुए फ़रमाया : -
- मुसलमानों को पैग़म्बर ( स. ) का अह्द याद दिलाते किस रवी व क़ैसरी शान के मुज़ाहिरों से रोकते जिस पर हज़रत उसमान जिज़बिज़ होते उन की ज़बान बन्दी की तदबीरे करते।
- अमीरुल मोमिनीन ने ग़ालिबन इसी वाक़िए के बाद हज़रत उसमान को यह मशविरा दिया कि तुम साबिक़ा लग़ज़िशों से खुल्लम खुल्ला तौबा करो , ताकि शोरिशें हमेशा के लिये खत्म हो जायें।
- बहर हाल जब आप इनितिकामी जज़बे को लेकर मक्के पहुंच गई तो हज़रत उसमान की मज़लूमीयत के चर्चे कर के लोगों को उन के ख़ून का बदला लेने के लिये उभारना शुरू किया।
- इतने में अमर इब्ने हज़्म अन्सारी ने कि जिन का मकान हज़रत उसमान के मकान से मुत्तसिल था अपने घर का दरवाज़ा खोल दिया और ललकार कर कहा कि आओ इधर से बढ़ो।
- ' ' लोगों को तो आज के दिन सिर्फ़ एक सदमा है लेकिन मुझे बराबर के दो सदमे हैं एक हज़रत उसमान के क़त्ल होने का , और दूसरा अपने थैले के खो जाने का।
- उस के बाद चन्द सहाबा उन लोगों के हमराह हज़रत उसमान के यहां पहुंचे और वह खत उन के सामने रख दिया और पूछा कि इस खत पर मुह्र किस की है ? कहा कि मेरी।
- लेकिन हज़रत उसमान ने अपने अह्द में उन दोनों को वापस बुलवा लिया और मर्वान को तो इस उरूज ( उन्नति ) पर पहुंचाया कि गोया ( जैसे ) ख़िलाफ़त की बागडोर उसी के हाथ में है।
- मगर चूंकि उसे अपना उहदा व मन्सब ( पद ) ख़तरे में नज़र आ रहा था इस लिये वह हज़रत उसमान के दूसरे उम्माल ( कार्यकर्ताओं ) की तरह उस माल को हज़्म कर जाना चाहता था।