अंस का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ( शेष आगेके ब्लॉगमें ) - ‘ सत्यकी खोज ' पुस्तकसे टिपण्णी - * ‘ ईश्वर अंस जीव अविनाशी ।
- घिर रहे थे घुँघराले बाल अंस अवलंबित मुख के पास , नील घनशावक-से सुकुमार सुधा भरने को विधु के पास।
- तेज तम अंस पर , कान्ह जिमि कंस पर, त्यौं मलिच्छ बंस पर, सेर शिवराज हैं॥ ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहन
- मुझे तुलसीदास याद आ गये ! उन्होंने जीवमात्र में ईश्वर का अंश देखा था - ‘ ईस्वर अंस जीब अबिनासी ' ।
- स्कंध , अंस , अंश , मोढ़ा , मुड्ढा ; शरीर का वह भाग जो गले और बाज़ू के बीच में होता है ;
- स्कंध , अंस , अंश , मोढ़ा , मुड्ढा ; शरीर का वह भाग जो गले और बाज़ू के बीच में होता है ;
- घुटने , टखने , अंस मोड़कर , खूब बनी फुफकार कुंडली , मानुष के छल - बल गुण से , शेषनाग भी है भयभीत।
- घुटने , टखने , अंस मोड़कर , खूब बनी फुफकार कुंडली , मानुष के छल - बल गुण से , शेषनाग भी है भयभीत।
- दावा द्रुमदंड पर चीता म्रुग झुंड पर वृषण वीतुंड पर जैसे मृगराज है ! !!...तेज तम अंस पर कंढ जिमी कंस पर त्योमलीचबंस पर सेर सीवराज हैं!!!..
- अंस भव परम कृपाला॥4॥ भावार्थ : -सुकवि-कुकवि, सभी नर-नारी अपनी-अपनी बुद्धि के अनुसार राजा की सराहना करते हैं और साधु, बुद्धिमान, सुशील, ईश्वर के अंश से उत्प