अकर्मक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 1 . अकर्मक क्रिया जिन क्रियाओं का फल सीधा कर्ता पर ही पड़े वे अकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
- विशेष- ( 1) भूतकाल में अकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ भी ने परसर्ग (विभक्ति चिह्न) नहीं लगता है।
- कभी -कभी प्रयोग के आधार पर एक ही वाक्य में अकर्मक और सकर्मक क्रियाएँ प्रयुक्त हो जाती है।
- विशेष- ( 1) भूतकाल में अकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ भी ने परसर्ग (विभक्ति चिह्न) नहीं लगता है।
- अकर्मक सद्कामना ! यह पद - अकर्मक सद्कामना - बाद में बहुत परेशान करने वाला रहा है .
- अकर्मक सद्कामना ! यह पद - अकर्मक सद्कामना - बाद में बहुत परेशान करने वाला रहा है .
- विशेष- ( 1) भूतकाल में अकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ भी ने परसर्ग (विभक्ति चिह्न) नहीं लगता है।
- ऐसी क्रियाएँ जिनमे कर्म नही होता , जो क्रियाएँ बिना कर्म के पूर्ण हो जाती है,उसे अकर्मक क्रिया कहते है।
- ज़ाहिर है कि दुनिया को बदलने की ख्वाहिश रखने वाले विचार का दर्शन अकर्मक तो हो नहीं सकता .
- बहुत से अकर्मक कृदंत विकल्प से लघ्वंत भी होते हैं जैसे ठाढ़ , बैठ , आय , गय इत्यादि।