अचिन्हित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ब्यौरे पर ध्यान दिलाते हुये इसमें बताया गया है कि “ अज्ञात , अचिन्हित व सामूहिक कब्रों की सच्चाई की पुष्टि अक्तूबर 2011 में राज्य मानव अधिकार आयोग ( एस . एच . आर . सी . ) ने की थी। एस . एच . आर . सी . ने अनेक सिफारिशें की थी , जिनमें कब्रों में पाये गये मानव शवों के डी . एन . ए. परीक्षण व अदालती तहकीकातें शामिल थीं।
- एक पार्थिवता गलती ही जाती है , पहुंचाती है भीतरी हदों तक, सुनो कहती हूँ,बची हूँ बेछोर आसमान में -बियाँबान जंगलों में, हर, सुनवाई स्थगित है एक राग, एक रंग, एक प्रियता हरदम बुलाती रहती है फूले-खिले टेसू के रंगों में ...जहाँ अभी-अभी पेड़ों की टहनियों पर थोड़ा कोमल नन्हे पत्ते उगना शुरू हुए हेँ कुनमुनाती इक्छाओं से एक रूंधता हुआ शब्द बाहर आता है ,जिससे दूर है बहुत कुछ मसलन मन्त्र -म्रत्यु तर्पण हार जीत स्मर्ति और बहुत कुछ टूटना-जुड़ना अचिन्हित ...कोई स्मृति भूलती नहीं, कोई स्पर्श छूटता नहीं..
- बिन बरसे नजरों से ओझिल होते बादलों का सौतेलापन सूखा होता सावन मरुस्थलीय यह मन प्यास कब तक ढोयेगा कितना इंतजार संजोयेगा आशाओं - सपनो के अपने संसार कब लेंगे मनचाहा आकार अपरिभाषित मौसम अचिन्हित अपनापन उगता भीतर की माटी पर स्वतः पल्लवित होता प्रीत का बिरवा सा पहला प्यार जब एक “ शायद ” में बसी तमाम संभावनाएं और “ न ” में दिखे सैकड़ों स्वीकार शब्दों की छोटी जेब में खनकती रहीं सिक्कों सी अभिव्यक्तियाँ बन्द होटों में लिपटीं खामोश अनुभूतिया दूर रह कर भी हम अचानक हैं कितने पास जैसे धरती और आकाश -