अज्ञानपूर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- - ५ - अज्ञानपूर्ण कथ्य- गीता -सब एक ही ब्रह्म के रचे हुए हैं सुनिए कृष् ण के द्वारा ही- ॐ तत् सदिति निर्देशो ब्रह्मणस्त्रिविधः स् पृतः ब्राह्मणास् तेन वेदाश् च यज्ञाश् च विहिता पुरा - गीता 17 / 23 अर्थात हे अर्जुन , ओम् तत , सत ऐसे यह तीन प्रकार का सच्चिदानंदधन ब्रह्म का नाम कहा है , उसी से सृष्टि के आदिकाल में ब्राह्मण और वेदा यज्ञ आदि रचे गए हैं ...