अध्यारोप का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आचार्य शंकर ने माया , अविद्या , अध्यास , अध्यारोप , भ्रान्ति , विवर्त , भ्रम , नामरूप , अव्यक्त , मूलप्रकृति आदि शब्दों का एक हि अर्थों मे प्रयोग किया है .
- आचार्य शंकर ने माया , अविद्या , अध्यास , अध्यारोप , भ्रान्ति , विवर्त , भ्रम , नामरूप , अव्यक्त , मूलप्रकृति आदि शब्दों का एक हि अर्थों मे प्रयोग किया है .
- हिन्दूओं को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिये कि उनका धर्म पूरी तरह से सत है तथा इसमें जो विरोधाभास का अध्यारोप है वह केवल प्रतीति मात्र है अत्यन्त गहरे अधययन से यह प्रतीति निवृत हो जाती है ।
- इस प्रकार श्रीरामचन्द्रजी द्वारा पूछे गये भगवान् वसिष्ठ , जब तक श्रीरामचन्द्रजी बन्ध की अविद्याजन्यता , विद्या का स्वरूप और उसके साक्षी अपरिच्छिन्न सर्वाधार चैतन्यस्वरूप को नहीं जानते , तब तक जीवन्मुक्ति में इनका विश्वास नहीं हो सकता , इसलिए पहले उनका उपपादन कर , तदुपरान्त इनके प्रश्न का समाधार करूँगा , यों विचार कर सुबोध होने के कारण पहले साक्षी में स्थूलप्रपंचपरम्परा का अध्यारोप दिखलाते हैं।