अध्वर्यु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चतुर्थखण्ड में होता , अध्वर्यु , ब्रह्मा , उद्गाता और सदस्य प्रभृति ऋत्विजों तथा होत्राच्छंसी और चमसाध्वर्यु आदि उपऋत्विजों के यागगत प्रकीर्ण धर्मों का सामान्य निरूपण है।
- जैसे ऋग्वेद में ‘ होता ' देवों का आहवान करता , यज्ञ का निर्देशन करता था उसी प्रकार ‘ अध्वर्यु ' यज्ञ का संपादन और संचालन करता था।
- अध्वर्यु यही सिखाते हैं , ब्रह्मा इसी की योजना बनाते हैं और आचार्य को ऐसी व्यवस्था बनानी होती है कि इसी प्रकार भावप्रवाह उस समूचे वातावरण पर छाया रहे।
- वरिष्ठ कांग्रेसी राजेंद्र अध्वर्यु का कहना था कि जिले की शेष तीनों सीटों पर उन्हें टिकिट दिया जाए , जिन्होंने जनता के लिए संघर्ष किया है और आगे भी करेंगे।
- यहाँ स्थूलदृष्टया यह जानना है कि प्रत्येक छोटे ( इष्टि ) और बड़े ( सोम , अग्निचयन ) यज्ञों में मुख्य चार ऋत्विक्- होता , अध्वर्यु , उद्गाता और ब्रह्मा होते हैं।
- यहाँ स्थूलदृष्टया यह जानना है कि प्रत्येक छोटे ( इष्टि ) और बड़े ( सोम , अग्निचयन ) यज्ञों में मुख्य चार ऋत्विक्- होता , अध्वर्यु , उद्गाता और ब्रह्मा होते हैं।
- होता , ब्रह्मा , अध्वर्यु तथा उद्गाता को पूरब , दक्षिण , पश्चिम तथा उत्तर दिशाओं में विजित देशों की संपति क्रमश : दक्षिणा में दी जाती थी ओर अश्वमेध समाप्त हो जाता था।
- होता , ब्रह्मा , अध्वर्यु तथा उद्गाता को पूरब , दक्षिण , पश्चिम तथा उत्तर दिशाओं में विजित देशों की संपति क्रमश : दक्षिणा में दी जाती थी ओर अश्वमेध समाप्त हो जाता था।
- ये कोई नहीं पूछेगा कि अग्निदेव के रौद्र रूप के आह्वान को साम गायन किन लोगों ने किए ? कौन अध्वर्यु थे कौन होता ? ये न कहिएगा कि होता से कुछ नहीं होता।
- यज्ञ में ऋग्वेद का होता देवों का आह्नान करता है , सामवेद का उद्गाता सामगान करता है, यजुर्वेद का अध्वर्यु देव:कोटीकर्म का वितान करता है तथा अथर्ववेद का ब्रह्म पूरे यज्ञ कर्म पर नियंत्रण रखता है।