अन्नमय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वैखरी शरीर अथवा अन्नमय कोश का अंग दिखाई पड़ती है।
- आपका अन्ना पे लिखा अन्नमय लेख बहुत ही सामयिक है . ..
- इसी आधार पर मन को अन्नाद व अन्नमय कहा जाता है।
- जीव का अन्नमय कोश नाड़ी समूहों से संचालित होता है .
- आहार- विहार ठीक होने के कारण उनका अन्नमय कोष परिशोधित था।
- अन्नमय प्राणमय अौर मनोमयआदि और ये सब क्रमशः सूक्ष्मतर होते हैं।
- अर्थात हमारे अन्नमय , प्राणमय तथा मनोमय कोश स्पन्दित होते हैं।
- प्रथम तो उसे भौतिक शरीर मिला है जो अन्नमय कोष है।
- प्राणों का कोष , प्राणमय कोष, अन्नमय कोष से अधिक मूल्यवान है।
- आहार-विहार की सुचिता , आसन-सिद्ध और प्राणायाम करने से अन्नमय कोश की