अन्वय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अन्वय - ये दोनों श्लोक भी अन्वित क्रम में हैं।
- अतएव अन्वय की आवश्यकता नहीं है।
- इस अर्थ में पाखाना का अन्वय हुआ पा + खाना।
- केवल अन्वय ही जहाँ घटता है।
- यहाँ दंड और चक्र का घड़े के बनने से अन्वय
- अन्वय - महेश्वरं शैलजां गणनायकं संसारतारकं
- उसका अन्वय जो जिस रूप में चाहे कर सकता है।
- स्थिति , अन्वय और व्यतिरेक की शक्ति की साधाना से होगी।
- स्थिति , अन्वय और व्यतिरेक की शक्ति की साधाना से होगी।
- सूचना-उपादान में मुख्यार्थ का अन्वय अंगरूप से-लक्ष्यार्थ के साथ होता