अपारा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस प्रकार यह सूची काफी लम्बी हो सकती है , जो तुलसीदास के इन्हीं शब्दों को प्रमाणित करती है कि ‘ रामायण सतकोटि अपारा ' ।
- कवि की कविता शायर के शेर ' नाना भाति राम अवतारा रामायण सत कोटि अपारा' की भाति नाना प्रकार की कवितायें और नाना प्रकार के कवि ।
- ये तीनों जब एक साथ प्रकुपित हो जाते हैं तथा व्यक्ति सन्निपात से ग्रस्त हो जाता है और उसका रोग से उबर पाना बहुत कठिन हो जाता है-काम वात कफ लोभ अपारा , क्रोध पित्त नित छाती जारा।
- राम , कृष्ण से लेकर गौतम, गान्धी तक देवों की पुण्य-भूमि भारत में तो समय-समय पर कई-कई ऐसे जन-नायक आए ' विविध' और ' रूप अपारा ' लेकर ( अगले की प्रतीक्षा में है यह त्रस्त मानव समाज)।
- पैसा जोड़ा चोरी हो गयी थानेदार से मू-जोरी हो गयी कहे को पैसा जोड़ रखा है भ्रम का चादर ओढ़ रखा है मत सोच फिरंगी ये तुम्हारा मत सोच फिरंगी ये हमारा जीवन धारा बड़ी अपारा … .
- एही रूप जग रंक नरेसा ईश्वर का विरह सूफियों के यहाँ भक्त की प्रधान संपत्ति है जिसके बिना साधना के मार्ग में कोई प्रवृत्त नहीं हो सकता , किसी की ऑंख नहीं खुल सकती बिरह अवधि अवगाह अपारा ।
- राम , कृष्ण से लेकर गौतम , गान्धी तक देवों की पुण्य-भूमि भारत में तो समय-समय पर कई-कई ऐसे जन-नायक आए ' विविध ' और ' रूप अपारा ' लेकर ( अगले की प्रतीक्षा में है यह त्रस्त मानव समाज ) ।
- ऐसे ही बस करते रहना और समय से डरते रहना मत देख शिखर को कैसा है वो तेरे लालच जैसा है वो क्या खोएगा क्या पाएगा घुटकर यूँ ही मर जाएगा और मिट जाएगा जीवन सारा जीवन सारा जीवन सारा जीवन धारा बड़ी अपारा
- “ रामायण सत कोटि अपारा ” - सही है ना | महाकवि तुलसीदास जी या उन्हें जनकवि कहना ज्यादा स्युटेबल लगता है , के पहले और बाद में न जाने कितने सरस्वती पुत्रों ने इस क्षेत्र में प्रयास किए हैं | फिर तुलसीदास जी की रामायण ही क्यूँ अधिक प्रासंगिक है ?
- पाठन से उपजा चिन्तन http : //ekprayas-vandana.blogspot.in/2011/07/blog-post_05.html इस लिंक पर पढिये एक कारण और है केकैयी ने क्यों राम को बनवास दिया ………… तभी तो कहा गया है रामायण सत कोटि अपारा ……… जब इतनी रामायण हों तो दृष्टिकोण भी अलग ही मिलेंगे हर जगह और हर दृष्टिकोण सार्थक लगेगा सही जवाब देता हुआ।