अप्रसिद्ध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हमेशा से देखा गया है कि मनुष्य की सभ्यता में अप्रसिद्ध लोगों का एक ऐसा दल
- प्रसिद्ध और अप्रसिद्ध दोनों अर्थों के वाचक शब्द का अप्रसिद्ध अर्थ में प्रयोग निहतार्थत्व दोष कहलाता है।
- प्रसिद्ध और अप्रसिद्ध दोनों अर्थों के वाचक शब्द का अप्रसिद्ध अर्थ में प्रयोग निहतार्थत्व दोष कहलाता है।
- इसी तरह तोतापुरी नाम से विभिन्न पंथों के द्वैत ज्ञान में कई प्रसिद्ध अप्रसिद्ध सन्त हुये हैं ।
- ऐसी परिस्थितियों में ही तो शब्दों के दूसरे-दूसरे अर्थ माने जाते हैं जो आमतौर से अप्रसिद्ध होते हैं।
- उपमान किसी अप्रसिद्ध वस्तु की ऐसी जानकारी है , जो प्रसिद्ध वस्तु के साथ उसका साधर्म्य जानकर होती है।
- श्रीनाथजी के कारण मेवाड़ का वह अप्रसिद्ध सिंहाड़ ग्राम श्रीनाथद्वारा के नाम से सम्पूर्ण भारत में सुविखयात हो गया।
- उपमान किसी अप्रसिद्ध वस्तु की ऐसी जानकारी है , जो प्रसिद्ध वस्तु के साथ उसका साधर्म्य जानकर होती है।
- प्रकाशन तथा प्रसारण माध्यमों में स्थापित विद्वान और लेखक हम जैसे अप्रसिद्ध लेखकों के विचार चुराकर भी लिखते हैं।
- प्रकाशन तथा प्रसारण माध्यमों में स्थापित विद्वान और लेखक हम जैसे अप्रसिद्ध लेखकों के विचार चुराकर भी लिखते हैं।