अभिनेय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जब कवि स्वयं अपनी बात भी कहता है तो वह हमें तभी स्वीकार होती है-मैं कह सकता हूँ कि तभी सह्य भी होती है-जब वह कथ्य अथवा वक्तव्य प्रत्यक्ष रूप से कवि का न होकर एक पर्सोना अथवा अभिनेय चरित्र के रूप में उसका हो।
- देख कर तुम्हें कभी यह नहीं लगा कि तुम्हारी उजली हंसी पर प्रेम की वह छाया भी पड़ती है जो तुम्हें चुप और उदास बनाती है और मुझे उन सब अभिनेय भूमिकाओं के लिए धीरे से तैयार जो अक्सर त्रिकोण उभरने पर कुछ कम हीरो के हिस्से बदी होती है .
- देख कर तुम्हें कभी यह नहीं लगा कि तुम्हारी उजली हंसी पर प्रेम की वह छाया भी पड़ती है जो तुम्हें चुप और उदास बनाती है और मुझे उन सब अभिनेय भूमिकाओं के लिए धीरे से तैयार जो अक्सर त्रिकोण उभरने पर कुछ कम हीरो के हिस्से बदी होती है .
- क्या अश्वत्थामा की बर्बरता या संजय की बेबसी या गांधारी का द्वंद्व ऐसे अभिनेय हिस्से हैं जिन्हें ज्यों का त्यों उनके तनाव और उनकी विह्वलता के बीच पकड़ा और प्रस्तुत किया जा सके ? ये सारे सवाल मेरे भीतर इस महीने भानु भारती का अंधा युग देखते हुए उठते रहे .
- का शी की जि स धरती ने पिछली शताब् दी के आरम्भिक दशकों में जयशंकर प्रसाद के नाटकों पर ' अभिनेय नहीं ' होने का आरोप देखा था , वही आज उनकी महानतम महाकाव् य-कृति तक को रंग-बिरंगी रोशनियों की झरझराती धाराओं के बीच मुग् धकारी अभिनयों में दृश् यमान होते देख रही थी।
- का शी की जि स धरती ने पिछली शताब् दी के आरम्भिक दशकों में जयशंकर प्रसाद के नाटकों पर ' अभिनेय नहीं ' होने का आरोप देखा था , वही आज उनकी महानतम महाकाव् य-कृति तक को रंग-बिरंगी रोशनियों की झरझराती धाराओं के बीच मुग् धकारी अभिनयों में दृश् यमान होते देख रही थी।
- हिंदी में कम-से-कम पचास नाटक गिनाए जा सकते हैं , जो अच्छे भी हैं , अभिनेय भी , निर्देशक की कल्पना को आकाश देनेवाले भी और देश-काल के ज्वलंत प्रश्नों से जूझनेवाले भी . यहाँ सिर्फ सेठ गोविंददास , उपेंद्रनाथ ‘ अश्क ' , हरिकृष्ण प्रेमी या रामकुमार वर्मा की बात नहीं की जा रही है .
- हिंदी में कम-से-कम पचास नाटक गिनाए जा सकते हैं , जो अच्छे भी हैं , अभिनेय भी , निर्देशक की कल्पना को आकाश देनेवाले भी और देश-काल के ज्वलंत प्रश्नों से जूझनेवाले भी . यहाँ सिर्फ सेठ गोविंददास , उपेंद्रनाथ ‘ अश्क ' , हरिकृष्ण प्रेमी या रामकुमार वर्मा की बात नहीं की जा रही है .
- ‘ ग्यारह अभिनेय बाल एकांकी ' में ‘ पिंकी और पापा ' , ‘ सेर को सवा सेर ' , ‘ आज का गाँधी ' , ‘ रैली का एग्रीमेंट ' , ‘ टिंकू बन गया टीचर जी ' , ‘ हम होंगे कामयाब ' , ‘ शिवाजी की बहन ' , ‘ कृष्ण का नामकरण ' , ‘ लालच बुरी बला ' के साथ दो नृत्य एवं संगीतपरक काव्य नाटिकाएँ - ‘ गिनती का गीत ' , और ‘ नहीं रहेंगे गर जंगल ' संग्रहीत हैं।