अम्मांजी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस वक्त भी उसके घर न जाने को किसे चिन्ता होगी ? बाबूजी भोजन करके लेटे होंगे , अम्मांजी भी आराम करने जा रही होंगी।
- इस वक्त भी उसके घर न जाने को किसे चिन्ता होगी ? बाबूजी भोजन करके लेटे होंगे , अम्मांजी भी आराम करने जा रही होंगी।
- अमरकान्त को संकट से निकलने की एक युक्ति सूझ गई-अगर दादा , या तुम्हारी अम्मांजी तुमसे चिढ़ें और मैं भी ताने दूं, तब निस्संदेह तुम्हें खुद धान कमाने की जरूरत पड़ेगी।
- अगर मैं जानता कि मेरा घर में आना-जाना , अम्मांजी से कुछ कहना-सुनना और उन्हें पढ़ाना-लिखाना पिताजी को बुरा लगता है , तो आज क्यों यह नौबत आती ? और नई अम्मां।
- अगर मैं जानता कि मेरा घर में आना-जाना , अम्मांजी से कुछ कहना-सुनना और उन्हें पढ़ाना-लिखाना पिताजी को बुरा लगता है , तो आज क्यों यह नौबत आती ? और नई अम्मां।
- अमरकान्त को संकट से निकलने की एक युक्ति सूझ गई-अगर दादा , या तुम्हारी अम्मांजी तुमसे चिढ़ें और मैं भी ताने दूं , तब निस्संदेह तुम्हें खुद धान कमाने की जरूरत पड़ेगी।
- मुझे इसमें कोई उज्र या इंकार नहीं है , मगर तब आप ही कहने लगेंगे : बदनामी होती है , शर्म की बात है , और अम्मांजी की तो नाक ही कटने लगेगी।
- निर्मला ने पूछा-क्यों भैया , अस्पताल भी गये थे ? आज क्या हाल है ? तुम्हारे भैया उठे या नहीं ? जियाराम रुआंसा होकर बोला- अम्मांजी , आज तो वह कुछ बोलते-चालते ही न थे।
- चम्पा : अम्मांजी , मुझे जो चाहो कह लो , तुम्हारा दिया खाती हूँ , मारो या काटो , दादा को क्यों कोसती हो ? भाग बखानो कि बेटे के सिर पर मौर चढ़ गया , नहीं तो कोई बात भी न पूछता।
- चम्पा : अम्मांजी , मुझे जो चाहो कह लो , तुम्हारा दिया खाती हूँ , मारो या काटो , दादा को क्यों कोसती हो ? भाग बखानो कि बेटे के सिर पर मौर चढ़ गया , नहीं तो कोई बात भी न पूछता।