अर्थापत्ति का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इन वचनों से मीमांसाकार ने प्रत्यक्षोपजीवी अनुमान उष्मान , और अर्थापत्ति को भी प्रमाण नहीं माना है।
- प्रत्यक्ष , अनुमान , उपमान , अर्थापत्ति , अभाव तथा शब्द ये छ : प्रमाण इन्होंने माने हैं।
- प्रत्यक्ष , अनुमान , उपमान , अर्थापत्ति , अभाव तथा शब्द ये छ : प्रमाण इन्होंने माने हैं।
- न्याय दर्शन के चर प्रमाणों के अतिरिक्त अर्थापत्ति और अनुपलब्धि दो प्रमाण और मीमांसा दर्शन में माने जाते हैं।
- न्याय दर्शन के चर प्रमाणों के अतिरिक्त अर्थापत्ति और अनुपलब्धि दो प्रमाण और मीमांसा दर्शन में माने जाते हैं।
- प्रभाकर के अनुसार अर्थापत्ति से तभी ज्ञान संभव है जब घर में अनुपस्थित व्यक्ति के संबंध में संदेह हो।
- न्याय दर्शन के चर प्रमाणों के अतिरिक्त अर्थापत्ति और अनुपलब्धि दो प्रमाण और मीमांसा दर्शन में माने जाते हैं।
- इन्हें क्रम से प्रत्यक्ष , अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थापत्ति, अनुलब्धि, संभव, ऐतिह्य तथा चेष्टा से प्राप्त किया जा सकता है।
- किन्तु प्रभाकर का कहना है कि किसी भी प्रमाण से ज्ञात विषय की उपपत्ति के लिए अर्थापत्ति हो सकती है।
- ज्ञान उपलब्धि के जिन छह साधनों की चर्चा इसमें की गई है , वे है-प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थापत्ति और अनुपलब्धि।