असवर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बड़का त बड़का ( सवर्ण ) , जवन भोजपुरी इलाका में आज ले नान्ह जात कहाला , जौना के कुछ सभ्य अखबारी भाषा में आजकल आम जनता कहल जाता - सबके बीचे नाच के लौंडा असवर्ण जतियन के बीच में भिखरिये के नाम से जानल जात रहे।
- न स्त्री दुष्यति जारेण ( जार कर्म से स्त्री दूषित नहीं होती ) रजसा शुध्यते नारी ( रजःस्त्राव हो जाने पर नारी शुद्ध हो जाती है ) और देखो , असवर्णस्तु यो गर्भः स्त्रीणां योनौ निषेच्यते अशुद्धा सा भवेन्नारी यावद् गर्भं च मुंचति विमुक्ते तु ततः शल्ये रजश्यापित प्रदृश्यते तदा सा शुध्यते नारी विमल कांचनं तथा ( अत्रिस्मृति ) अर्थात् , ” असवर्ण से भी स्त्री को गर्भ रह जाय , तो उसका त्याग नहीं करना चाहिए।
- अठारहवीं सदी के भारत में संस्कृत बोलने की हिम्मत करने वाले असवर्ण लोगों के हश्र के बारे में बताते हुए अंबेडकर ने लिखा ‘ मराठा शासन ( जिसे गोलवलकर और संघ पुनर्स्थापित करना चाहते हैं ) के अंतर्गत ब्राह्मणों के अलावा किसी के भी वेद मंत्रों के पाठ करने पर उसकी जीभ काट लिये जाने का प्रावधान था और यह तथ्य है कि कई सुनारों की जीभ पेशवा के आदेश से काट दी गयी क्योंकि उन्होंने क़ानून के ख़िलाफ़ वेदोच्चारण किया था।