आचारहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आचारहीन व्यक्ति का वेदों का समस्त ज्ञान , सभी यज्ञादि का अनुष्ठान वैसे ही व्यर्थ है, जैसे किसी अंधे व्यक्ति के लिए उसकी रूपसी पत्नी का अनुपम सौंदर्य।
- ” शिक्षा , कल्प , निरूक्त , छन्द , व्याकरण और ज्योतिष -इन छ : अंगो सहित अध्ययन किये हुए वेद भी आचारहीन मनुष्य को पवित्र नहीं करते।
- एक तीसरा सशक्त फंदा भी है , बाबा रामदेव जी का ! भ्रष्ट आचारहीन नेताओं और अवसरवादी पार्टियों को भी यह दिखने लगा है कि उनके दिन अब लदने वाले हैं !
- तभी तो महाभारत पंजाब को , जो कभी आर्य-संस्कृति का वैदिककालीन केंद्र था, दो दिन भी ठहरने लायक नहीं मानता (कर्णपर्व 43.5-8), क्योंकि यवनों के प्रभाव के कारण शुद्धाचार की दृष्टि से उस युग में यह नितांत आचारहीन बन गया था।
- तभी तो महाभारत पंजाब को , जो कभी आर्य-संस्कृति का वैदिककालीन केंद्र था , दो दिन भी ठहरने लायक नहीं मानता ( कर्णपर्व 43.5 - 8 ) , क्योंकि यवनों के प्रभाव के कारण शुद्धाचार की दृष्टि से उस युग में यह नितांत आचारहीन बन गया था।