आदेस का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसही कोमोडिटी में आप को रोजाना नई बात सुनने को मिल जायेगी ! चने का हाल तो बुरा हो ही गया राजस्थान सरकार ने लिमिट को लेकर कितनी तरह के आदेस निकले जग जाहिर हो गया की सरकार को व्यापर की समझ नही है !
- ॐ नमो आदेस : आदेस पर्थमे ड़ोंकी ड़ोंकी की सौंकी सोंकी की मदोगीरी : मन्दोगीरी की सात बैण कुई बैण , फोड़ी की बयाळी ; कु डैण : कुई टाणगेणा : कुई चुडळी , कुई बैण चमानी , ...... रक्त फोड़ी , अनुन फोड़ी ...
- ॐ नमो आदेस : आदेस पर्थमे ड़ोंकी ड़ोंकी की सौंकी सोंकी की मदोगीरी : मन्दोगीरी की सात बैण कुई बैण , फोड़ी की बयाळी ; कु डैण : कुई टाणगेणा : कुई चुडळी , कुई बैण चमानी , ...... रक्त फोड़ी , अनुन फोड़ी ...
- ॐ नमो आदेस : आदेस पर्थमे ड़ोंकी ड़ोंकी की सौंकी सोंकी की मदोगीरी : मन्दोगीरी की सात बैण कुई बैण , फोड़ी की बयाळी ; कु डैण : कुई टाणगेणा : कुई चुडळी , कुई बैण चमानी , ...... रक्त फोड़ी , अनुन फोड़ी ...
- यदि गाव प गया हो तो गरम सुई से उसे छेदा जाता है और पीप बाहर निकाला जाता है फोड़ी बयालि मंत्र नरसिंग वाली मन्त्रावली का एक भाग है जिसमे ७ ० पंक्ति हैं जो इस प्रकार है ॐ नमो आदेस मोट पीर का आदेस मर्दाने पीर को आदेस . .....
- यदि गाव प गया हो तो गरम सुई से उसे छेदा जाता है और पीप बाहर निकाला जाता है फोड़ी बयालि मंत्र नरसिंग वाली मन्त्रावली का एक भाग है जिसमे ७ ० पंक्ति हैं जो इस प्रकार है ॐ नमो आदेस मोट पीर का आदेस मर्दाने पीर को आदेस . .....
- यदि गाव प गया हो तो गरम सुई से उसे छेदा जाता है और पीप बाहर निकाला जाता है फोड़ी बयालि मंत्र नरसिंग वाली मन्त्रावली का एक भाग है जिसमे ७ ० पंक्ति हैं जो इस प्रकार है ॐ नमो आदेस मोट पीर का आदेस मर्दाने पीर को आदेस . .....
- फिर यह सब कैसे इतनी जल्दी इतना सब कर डाला हरिया ? “ तो हरिया काका किला जीतने के भाव से भरे बोले - ” अरे माँजी , आज तलक क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप लोगों में से कोई हमें कुछ ‘ आदेस ' दे और हम न मानें।
- सर्वोच्च न्यायालय की टिपण्णी तो देखने मे अच्छी लगती है परंतु हकीकत सेबाहुतदूर है आड्वोकेट्स वादी का खून चूस लेते हैं , और जो ऑर्डर कोर्ट सेमिलता है,उसे देखकर आपका मन दुखी हो उठता है बहुत कम आदेस स्पष्ट देतें हैं वादी सच मे अपने जीवन मे न्याय ले पाये मुश्किल है,सब जानते हैं न्यायधीश भी जानते हैं लेकिन व्यवसाय की इस नगरी मे सभी लचर दिखाई देतें है,
- उल्लेखनीय है कि श्री गांधी को पुलिस ने हाईकोर्ट के रोक व जिला न्यायालय से अंतरिम आदेस तक जमानत मिलने के बावजूद कोतवाल संजयनाथ तिवारी व उनके हमराहों ने सरेराह बेईज्जत कर मारा-पीटा और फर्जी मुकदमा दर्ज कर चार्जसीट लगाई है और कोतवाल ने मकान मालिक विनोद गुप्ता व सुमित गुप्ता निवासी काजीपुर रोड भदोही को साजिसश्मे लेकर न सिर्फ रंगदारी मांगने की झूठी रपट दर्ज कर दी बल्कि कमरे का ताला तोड़कर सारा सामान लूटवा दिया है।