आश्चर्यमय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 80 . विचार करने योग्य बात है कि जिस शाहज़हां ने मुमताज़ के जीवनकाल में उसके लिये एक भी भवन नहीं बनवाया, मर जाने के बाद एक लाश के लिये आश्चर्यमय कब्र कभी नहीं बनवा सकता।
- उनकी इच्छा रही है कि उपदेश , दृष्टांत और संगति के प्रभाव से सुचरिता के चरित्र को वह ऐसा गठित कर देंगे कि इसी सुचरिता के जीवन के द्वारा लोक-समाज में उनका आश्चर्यमय प्रभाव प्रमाणित हो जाएगा।
- 80 . विचार करने योग्य बात है कि जिस शाहज़हां ने मुमताज़ के जीवनकाल में उसके लिये एक भी भवन नहीं बनवाया , मर जाने के बाद एक लाश के लिये आश्चर्यमय कब्र कभी नहीं बनवा सकता।
- इस निडर साहस की इस आश्चर्यमय घृष्टता की सूचना स्वामिनी श्री राधिका महारानी की सेवा में अभी-अभी क्यों नहीं पहुँचाई जावे ? सो आप शीघ्रतर बताने की कृपा कीजिये कि सच ही आप अपने तईं पुरुष मानते हैं?
- जो ( आत्मतत्व ) बहुतों को तो सुनने के लिए भी नहीं मिलता जिसको बहुत से लोग सुनकर भी नहीं समझ सकते ऐसे इस गूढ़ आत्मतत्व का वर्णन करने वाला महापुरुष आश्चर्यमय है ( बड़ा दुर्लभ है ) ।
- भावार्थ : मैं पहले न देखे हुए आपके इस आश्चर्यमय रूप को देखकर हर्षित हो रहा हूँ और मेरा मन भय से अति व्याकुल भी हो रहा है , इसलिए आप उस अपने चतुर्भुज विष्णु रूप को ही मुझे दिखलाइए।
- गर्भ स्थित ‘ शरीर ' की व्यवस्था - गर्भ-स्थित शरीर-रचना जब पूरी हो जाती है , तब आश्चर्यमय बात तो यह है कि उस शरीर को हवा , पानी , अन्न आदि कौन देता है ? कैसे देता है ?
- जो ( आत्मतत्त्व ) बहुत से मनुष्यों को सुनने के लिए भी नहीं मिलता , जिसे बहुत से मनुष्य सुनकर भी नहीं समझ पाते , इसका कहनेवाला आश्चर्यमय है , ग्रहण करनेवाला परम बुद्धिमान् है , उससे शिक्षित ज्ञाता पुरुष आश्चर्यमय है।
- जो ( आत्मतत्त्व ) बहुत से मनुष्यों को सुनने के लिए भी नहीं मिलता , जिसे बहुत से मनुष्य सुनकर भी नहीं समझ पाते , इसका कहनेवाला आश्चर्यमय है , ग्रहण करनेवाला परम बुद्धिमान् है , उससे शिक्षित ज्ञाता पुरुष आश्चर्यमय है।
- परंतु इसका तात्पर्य यह है कि भगवान का यह लीलाभिनय एसा आश्चर्यमय है कि इसमे एक ही परिपूर्ण भगवान भिन्न-भिन्न लीलाव्यापार के लिए और विभिन्न रुचि , स्वभाव तथा अधिकारसंपन्न साधको के कल्याण के लिए अनंत विचित्र रूपों मे नित्य प्रगट हैं ।