आस्रव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ये सात सोपान ही जीव , अजीव , आस्रव , बंध , संवर , निर्जरा और मोक्ष नामक सात तत्व हंै।
- ये सात सोपान ही जीव , अजीव , आस्रव , बंध , संवर , निर्जरा और मोक्ष नामक सात तत्व हंै।
- जैसे सोना आग में तप कर सोने के दोष जल जाते … ऐसे गुरु भक्ति से सभी आस्रव क्षीण हो जाते …
- जैन-दर्शन ‘ आस्रव के सिद्धांत में विश्वास करता है , जिसका अर्थ यह है कि कर्म के संस्कार , क्षण-क्षण प्रवाहित हो रहा है।
- ये ही जैन दर्शन के सात तत्व हैं , जिनके नाम हैं- जीव , अजीव , आस्रव , बंध , संवर , निर्जरा और मोक्ष ।
- ये ही जैन दर्शन के सात तत्व हैं , जिनके नाम हैं- जीव , अजीव , आस्रव , बंध , संवर , निर्जरा और मोक्ष ।
- किसी ने इच्छा को तृष्णा , किसी ने माया , किसी ने वासना , किसी ने अज्ञान तथा किसी ने कर्म पुद्गलों के आस्रव का कारण माना है।
- वस्तु स्वरूप के बार-बार चिन्तन का नाम अनुप्रेक्षा है उनमें नामों का क्रम इस प्रकार है - अध्रुव , अशरण, एकत्व, अन्यत्व, संसार, लोक, अशुचित्व, आस्रव, संवर, निर्जरा, धर्म और बोधि।
- “कोई पापकर्मी गर्भ से मनुष्य या पशुयोनि में उत्पन्न होते हैं , कोई नरक हो, और कोई सुमति द्वारा स्वर्ग को जाते हैं, तथा जिनके आस्रव नहीं रहा वे परिनिर्वाण को प्राप्त होते हैं।
- “कोई पापकर्मी गर्भ से मनुष्य या पशुयोनि में उत्पन्न होते हैं , कोई नरक हो, और कोई सुमति द्वारा स्वर्ग को जाते हैं, तथा जिनके आस्रव नहीं रहा वे परिनिर्वाण को प्राप्त होते हैं।