इत्तिहाद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मजहबी इत्तिहाद पैदा करने में जो काम प्रेमचन्द की वे कहानियां कर जाती हैं , जिनका $ िफर $ कापरस्ती से बहस करने का सीधा कोई इरादा नही होता , वैसा काम अक्सर वे कहानियां नहीं कर पाती , जिनका इरादा $ िफर $ कावाराना दुश्मनी से बहस करना होता है।
- एक उनमें सांप था और एक सहमा नौजवां दो ज़दो का एक भीगी शाख़ पर था आशियां सच है दर्दे - मुश्तर्क में है वो रूहे - इत्तिहाद इश्क़ में जिसके बदल जाते हैं आईने - इनाद लेकिन ऐ गाफ़िल मुसलमानों ! मुदब्बिर हिन्दुओं हिंद के सैलाब में इक शाख़ पर तुम भी तो हो
- इसके बाद उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम एकता के फायदे , अहमदाबाद कांग्रेस जैसा इत्तिहाद (मेलमिलाप), गोरी अंग्रेजियत का भूत उतारने की बात करते हुए देश के सभी कम्युनिस्ट ग्रुप (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) से विदेशी मोह व देशी चीजों से नफरत का त्याग करने की नायाब नसीहत देते हुए चन्द अंग्रेजी पंक्तियों के साथ रुखसत होने की गुजारिश की थी।
- इसके बाद उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम एकता के फायदे , अहमदाबाद कांग्रेस जैसा इत्तिहाद ( मेलमिलाप ) , गोरी अंग्रेजियत का भूत उतारने की बात करते हुए देश के सभी कम्युनिस्ट ग्रुप ( भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ) से विदेशी मोह व देशी चीजों से नफरत का त्याग करने की नायाब नसीहत देते हुए चन्द अंग्रेजी पंक्तियों के साथ रुखसत होने की गुजारिश की :
- इस मौक़े पर बनी हाशिम में से जो अभी तक ईमान न लाये थे , वह खान्दानी इत्तिहाद कि बिना पर आप के दुख दर्द में शराक होते और आड़े वक्त पर सिना सिपर हो कर ख़ड़े हो जाते और जो ईमान ला चुके थे जैसे हज़रत हमज़ा , व हज़रत अबू तालिब वह अपना फ़रीज़ए ईमानी समझ कर आप की हिफ़ाज़त में सर गर्मे अमल रहते।
- जिस में उस ने दअवए इत्तिहाद व यक जेहती पर तबसिरा ( टिप्पणी ) करते हुए फरमाते हैं कि यह माना कि हम में और तुम में इत्तिहाद होगा , मगर इसलाम के बाद हम में और तुम में ऐसी ख़लीज ( खाड़ी ) हायल ( अवरुद्घ ) हो चुकी है जिसे पाटा नहीं जा सकता , और ऐसा तफ़रिक़ा ( भेद ) पड़ गया है जिसे मिटाया नहीं जा सकता।
- जिस में उस ने दअवए इत्तिहाद व यक जेहती पर तबसिरा ( टिप्पणी ) करते हुए फरमाते हैं कि यह माना कि हम में और तुम में इत्तिहाद होगा , मगर इसलाम के बाद हम में और तुम में ऐसी ख़लीज ( खाड़ी ) हायल ( अवरुद्घ ) हो चुकी है जिसे पाटा नहीं जा सकता , और ऐसा तफ़रिक़ा ( भेद ) पड़ गया है जिसे मिटाया नहीं जा सकता।
- पाकिस्तान तहिरीक-ए-इंसाफ़ के चियरमैन इमरान ख़ान ने कहा है कि इन की जमाअत आम इलैक्शन में किसी जमाअत से इत्तिहाद करेगी ना ही वो मख़लूत या इत्तिहादी हुकूमत की हामी है . इमरान ख़ान ने ईस्लामाबाद मैं सहाफ़ीयों से गुफ़्तगु में कहा कि एम क्यू एम से इंतिख़ाबी इत्तिहाद नहीं किया जा रहा है , तहिरीक-ए-इंसाफ़ आइन्दा इलैक्शन में अकेले हिस्सा लेगी ताहम मुम्किन है कि किसी एक जमाअत से इलैक्शन में सीट एडजसटमेनट करली जाय ,
- पाकिस्तान तहिरीक-ए-इंसाफ़ के चियरमैन इमरान ख़ान ने कहा है कि इन की जमाअत आम इलैक्शन में किसी जमाअत से इत्तिहाद करेगी ना ही वो मख़लूत या इत्तिहादी हुकूमत की हामी है . इमरान ख़ान ने ईस्लामाबाद मैं सहाफ़ीयों से गुफ़्तगु में कहा कि एम क्यू एम से इंतिख़ाबी इत्तिहाद नहीं किया जा रहा है , तहिरीक-ए-इंसाफ़ आइन्दा इलैक्शन में अकेले हिस्सा लेगी ताहम मुम्किन है कि किसी एक जमाअत से इलैक्शन में सीट एडजसटमेनट करली जाय ,