उच्छिन्न का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पीठ को उच्छिन्न हुये अधिक समय व्यतीत हो जाने के कारण उत्तराखंड - स्थित भगवान् आदि शंकराचार्य की लीला - भूमि जो लगभग ४ बीघा थी ,
- इससे वह यह भी अनुभव करता है कि वह उन घटनाओं से अलग है , उच्छिन्न है और पिछली पीढ़ी के प्रति एक ईर्ष्या भी उसमें भर जाती है।
- इससे वह यह भी अनुभव करता है कि वह उन घटनाओं से अलग है , उच्छिन्न है और पिछली पीढ़ी के प्रति एक ईर्ष्या भी उसमें भर जाती है।
- पर उद्धत मनुज स्वार्थांध होकर लालसाओं के लिये औचित्य को दे मार ठोकर , निराकृत हो रूप धर प्रतिकार हित बन सर्वनाशी सृष्टि के उस पाप को जड़-मूल से उच्छिन्न करतीं ..
- अन्य पाँच पिण्ड उन मृतात्माओं के लिए हैं , जो पुत्रादि रहित हैं, अग्निदग्ध हैं, इस या किसी जन्म के बन्धु हैं, उच्छिन्न कुल, वंश वाले हैं, उन सबके निमित्त ये पाँच पिण्ड समपिर्त हैं।
- करवद्ध होकर सब ने प्रार्थना की , ” भगवन् , हम सब लोगों के परम श्रद्धेय प्रातः स्मरणीय भगवान् आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित उत्तर भारत का धर्मपीठ ज्योतिर्मठ बहुत समय से उच्छिन्न एवं आचार्यहीन है।
- ऐसे ज्ञान से हीन साहित्यकार ऐसा अंकुर है जो कहीं से भी प्राण-रस खींचने का मार्ग नहीं स्थापित कर सका ‘ काल के महाप्रांगण ' में कहीं भी अपनी जड़ें नहीं जमा सका , जो उच्छिन्न होकर ही फूटा है।
- दूसरी ओर प्रकृति से उसका सम्बन्ध वैसा उच्छिन्न भी नहीं हो गया था जैसा रीतिकालीन कवियों का , जिनके निकट प्रकृति केवल एक अभिप्राय रह गयी थी , और प्रकृति का चित्रण केवल प्रकृति-सम्बन्धी कवि-समयों की एक न्यूनाधिक चमत्कारी सूची।
- अन्य पाँच पिण्ड उन मृतात्माओं के लिए हैं , जो पुत्रादि रहित हैं , अग्निदग्ध हैं , इस या किसी जन्म के बन्धु हैं , उच्छिन्न कुल , वंश वाले हैं , उन सबके निमित्त ये पाँच पिण्ड समपिर्त हैं।
- अन्य पाँच पिण्ड उन मृतात्माओं के लिए हैं , जो पुत्रादि रहित हैं , अग्निदग्ध हैं , इस या किसी जन्म के बन्धु हैं , उच्छिन्न कुल , वंश वाले हैं , उन सबके निमित्त ये पाँच पिण्ड समपिर्त हैं।