उजरा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इन खयालात का इजहार हिंदी जुबान के आलिमी शोहरत याफ्ता अदीब मुद्राराक्षस जुमे की सेपेहर जिला बार एसोसिएशन के मीटिंग हाल में सतनामी पंथ के बुजुर्ग बाबा जगजीवन दास की जिंदगी व उनकी फ़िक्र पर लिखी गयी तसनीफ के रस्म ए उजरा के मौके पर मुन्न्केदा तकरीब में अपने मेहमान ए खुसूसी खुतबे के दौरान कर रहे थे।
- अपनी सुरतको यहां भी रायगां देखा अंधेरेमे पगलेने एक आयना देखा ज़मीं पर ठोकरोंकी बौछार बरसी थी मुजलीम ने रोता हुआ आस्मां देखा चमन उजरा मगर उसका साथ न छोडा लिये कांटोको अपनी गोदमें बागबां देखा करे किससे शिकवा कमाई हाथकी जो है नशेमनको हमारे नोचता महेरबां देखा नहीं देख पाया वो वफा आखरी मंझिल मुसाफिरने चल कर तो सारा जहां देखा
- आखिर स्टेशन पर लिट्टी-समोसे बेचने वाले से मैं ने पूछ ही लिया , “ भैय्या यहीं है राजेंद्र बाबू का घर ? ” प्रश्न पर पुलकित होता हुआ लिट्टी वाला आत्मीयता के साथ मुझे प्लात्फोर्म के शेड से बाहर ला , आँखों को सिकोड़ , बाएं हाथ से मेरे सर को अपने सिर लगा दायें हाथ को सामने दिखलाते हुए , भोजपुरी मे बोला , ” हउ देख ' ... उ बड़का उजरा मकान लौकता ... पीला मुंडेर वाला ...