ऋत्विज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वस्तुत : तो गीता में जो यज्ञों की दक्षिणा का वर्णन हैं उसका तात्पर्य यह हैं कि सामान्य रीति से यज्ञादि में ऋत्विज वगैरह दक्षिणा ही के लोभ से आते हैं।
- वह वेदज्ञ पुरुष ऋत्विज को देने के लिए धन को देने के लिए धन को बाँटता हुआ और कुबुद्धियों का दमन करता हुआ सारी पृथ्वी को यज्ञ वेदी बना देता है .
- और सायंकाल होम करनेवाला ऋत्विज एक ही होता है , परंतु दर्श (अमावस्या के दूसरे दिन प्रतिपद को होनेवाली) इष्टि में तथा पौर्णमास (पूर्णिमा के दूसरे दिन प्रतिपदवाली) इष्टि में चार ऋत्विज् होते हैं जिनके नाम हैं - अध्वर्यु, होता, ब्रह्मा और आग्नीध्र।
- इधर , प्रतिष्ठा को लेकर बुधवार को पंडितों के आचार्यत्व में प्रायश्चित कर्म , दशाविधि स्नान , प्रधान संकल्प , गणेश पूजन , नांदीश्राद , ऋत्विज वरण , वर्धनी पूजन , मंडप प्रवेश , मंडपांग गणपति पूजन , स्थापित देवताना पूजन , प्रधान देव आह्वान पूजन , कुंड पूजन , ग्रह होम समेत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
- इधर , प्रतिष्ठा को लेकर बुधवार को पंडितों के आचार्यत्व में प्रायश्चित कर्म , दशाविधि स्नान , प्रधान संकल्प , गणेश पूजन , नांदीश्राद , ऋत्विज वरण , वर्धनी पूजन , मंडप प्रवेश , मंडपांग गणपति पूजन , स्थापित देवताना पूजन , प्रधान देव आह्वान पूजन , कुंड पूजन , ग्रह होम समेत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।