एच डी देवेगौड़ा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भाजपा ने सदैव गठबंधन धर्म निभायाः राजनाथ नई दिल्लीः 28 जनवरीः कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जद एस पर निशाना साधा वहीं केन्द्र को आगाह किया कि वह राज्य . ..
- यही नहीं इनकी एकता का उफान केंद्रीय राजनीति में 1989 में पहले राष्ट्रीय मोर्चे और चंद्रशेखर की सरकारों के रूप में दिखा और बाद में एच डी देवेगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल संयुक्त मोर्चे की सरकारों के रूप में सामने आया।
- हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी की बैठक में इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन जद एस अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा से विचार विमर्श करने के बाद उप मुख्यमंत्री समेत मंत्री पद के सभी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
- भाजपा ने सदैव गठबंधन धर्म निभायाः राजनाथ नई दिल्लीः 28 जनवरीः कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जद एस पर निशाना साधा वहीं केन्द्र को आगाह किया कि वह राज्य के चुनाव टालने का कोई बहाना नहीं ढूंढे .
- बंगलूर , 30 नवंबरः पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच. डी. देवेगौड़ा ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सहयोग के लिए कभी स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला था.
- यहाँ तक कि ऐसे क्षेत्रीय क्षत्रप जो राष्ट्रीय दृष्टि रखने का दावा करते हैं वे भी जातिवादी कार्ड खेलने में परहेज नहीं करते , भले ही वे पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा , हों जो वोक्कलिगा होने की पहचान बनाए रखते हैं , या धर्मनिरपेक्षता के नए चैंपियन नितीश कुमार हों .
- उस चुनाव में बी एस येदुरप्पा एक सताए हुए और अन्याय के शिकार राजनेता के रूप में उतरे थे क्योंकि उसके पहले वाले चुनाव में जब कर्नाटक की जनता ने एक खंडित जनादेश दिया था तो एच डी देवेगौड़ा की पार्टी के साथ बीजेपी ने ढाई ढाई साल राज करने का समझौता किया था .
- भाजपा सरकार जद . एस. ने नहीं गिराईः देवेगौड़ा बंगलूर, 30 नवंबरः पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच. डी. देवेगौड़ा ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सहयोग के लिए कभी स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला था.
- राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी , द्रमुक नेता एम करूणानिधि के पुत्र एम के स्टालिन और एम के अलागिरि , एनटी रामाराव के दामाद चंद्रबाबू नायडू , पीएमके नेता रामदास के पुत्र अंबुमणि रामदास , राकंापा अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजीत पवार और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र एच डी कुमारस्वामी और एच डी रेवन्ना उस समय भी राजनीति में सक्रिय थे।