कमलगट्टा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस नक्षत्र में निम्न वस्तु नहीं खानी चाहिए - मीठी खीर , आम, आलू,सीताफल, कमलगट्टा ……… - 17. मूल : प्रारंभिक जीवन कष्टकर, परिवार से दुखी, राजकारण में यश, कलाप्रेमी-कलाकार होते हैं।
- 4 . कलश को जल से भरकर रोली, मौली, चावल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, कमलगट्टा, धतूरा, बेलपत्र, कमौआ आदि का प्रसाद शिवजी को अर्पित करके पूजा करें।
- 4 . कलश को जल से भरकर रोली, मौली, चावल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, कमलगट्टा, धतूरा, बेलपत्र, कमौआ आदि का प्रसाद शिवजी को अर्पित करके पूजा करनी चाहिए।
- कीर , ब्रितिया ( वृत्तिया ) , सिंगराहा , जालारी , सोंधिया जाति , उप जाति वर्ग समूह सिंघाड़ा एवं कमलगट्टा ऊगाना , पानी भरना , नाव चलाना इनके परम्परागत व्यवसाय रहे हैं।
- इस नक्षत्र में निम्न वस्तु नहीं खानी चाहिए - मीठी खीर , तिल, चांवल, कमलगट्टा की और हरी सब्जी ………… - 16. ज्येष्ठा : स्वभाव निर्मल, खुशमिजाज मगर शत्रुता को न भूलने वाले, छिपकर वार करने वाले होते हैं।
- शिवलिंग पर केवल पंचामृत ( दूध , दही , शहद , घी , शक्कर व गंगाजल ) , बेलपत्र , कनेर श्वेतार्क ( सफेद आखा ) व धतूरे के फूल , कमलगट्टा व नीलकमल चढ़ाकर पूजन करना चाहिए।
- शिवलिंग पर केवल पंचामृत ( दूध , दही , शहद , घी , शक्कर व गंगाजल ) , बेलपत्र , कनेर श्वेतार्क ( सफेद आखा ) व धतूरे के फूल , कमलगट्टा व नीलकमल चढ़ाकर पूजन करना चाहिए।
- अन्य सामग्री में गन्ना , कमलगट्टा , खड़ी हल्दी , बिल्व पत्र , पंचामृत , गंगाजल , ऊन का आसन , रत्न आभूषण , गाय का गोबर , सिंदूर , भोजपत्र का पूजन में उपयोग करना चाहि ए.
- अन्य सामग्री में गन्ना , कमलगट्टा , खड़ी हल्दी , बिल्व पत्र , पंचामृत , गंगाजल , ऊन का आसन , रत्न आभूषण , गाय का गोबर , सिंदूर , भोजपत्र का पूजन में उपयोग करना चाहि ए.
- दीपावली से पूर्व धन त्रयोदशी के दिन लाल वस्त्र पर धातु से बने कुबेर एवं लक्ष्मी यंत्र को प्रतिष्ठित करके उनकी लाल पुष्प , अष्टगंध , अनार , कमलगट्टा , कमल के फूल , सिंदूर आदि से पूजा करें।