कल्क का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 10 - 10 ग्राम पुनर्नवा की जड़ और नागरमोथा लेकर कल्क ( लुगदी ) बना लें।
- सफ़ेद फ़ुलों वाली प्रजाति के पत्रो के कल्क का का प्रयोग मधुमेह मे किया जाता है ।
- -शतावरी के पत्तियों का कल्क बनाकर घाव पर लगाने से भी घाव भर जाता है . .. !
- औषधद्रव्य का स्वरस ( कूटकर निकाला हुआ रस ) अथवा कल्क ( चूर्ण ) 50 ग्राम लें।
- चार लीटर तिल के तेल में यह कल्क और अन्य सभी द्रव्य डालकर मंदी आंच पर पकाएं।
- सफ़ेद फ़ुलों वाली प्रजाति के पत्रो के कल्क का का प्रयोग मधुमेह मे किया जाता है ।
- यह सूखी औषधि चूर्ण रूप में या ताजे स्वरस कल्क के रूप में प्रयुक्त हो सकती है ।
- * सोंठ एवं कचूर का कल्क पुनर्नवा के क्वाथ के साथ खाने से आमवात का नाश होता है।
- २ सेर घी में ८ सेर अपामार्म का क्वाथ और यह कल्क मिलाकर मन्द-मन्द अग्नि से यहघृत सिद्ध करें .
- देखने पर कल्क स्नान करना चाहिए , तिल की समिधा से हवन कर के ब्राह्मणों का पूजन, सत्कार करना चाहिए।