कहोड़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अष्टावक्र के जन्म के पूर्व ही पिता ऋषि कहोड़ धन अर्जन की आवश्यकतावश राजा जनक के वहाँ गये जहाँ शास्त्रार्थ का आयोजन था।
- कहोड़ को सम्पूर्ण वेदों का ज्ञान देने के पश्चात् उद्दालक ऋषि ने उसके साथ अपनी रूपवती एवं गुणवती कन्या सुजाता का विवाह कर दिया।
- कहोड़ को सम्पूर्ण वेदों का ज्ञान देने के पश्चात् उद्दालक ऋषि ने उसके साथ अपनी रूपवती एवं गुणवती कन्या सुजाता का विवाह कर दिया।
- कहोड़ को सम्पूर्ण वेदों का ज्ञान देने के पश् चात् उद्दालक ऋषि ने उसके साथ अपनी रूपवती एवं गुणवती कन्या सुजाता का विवाह कर दिया।
- एक दिन कहोड़ वेदपाठ कर रहे थे तो गर्भ के भीतर से बालक ने कहा कि पिताजी ! आप वेद का गलत पाठ कर रहे हैं।
- एक दिन कहोड़ वेदपाठ कर रहे थे , तो गर्भ से बालक ने कहा कि पिता जी ! आप वेद का पाठ गलत कर रहे हैं।
- यह सुनते ही कहोड़ क्रोधित होकर बोले कि तू गर्भ से ही मेरा अपमान कर रहा है इसलिये तू आठ स्थानों से वक्र ( टेढ़ा) हो जायेगा।
- यह सुनते ही कहोड़ क्रोधित होकर बोले कि तू गर्भ से ही मेरा अपमान कर रहा है इसलिये तू आठ स्थानों से वक्र ( टेढ़ा) हो जायेगा।
- तब कहोड़ ने प्रसन्न होकर कहा कि पुत्र ! तुम जाकर समंगा नदी में स्नान करो , उसके प्रभाव से तुम मेरे शाप से मुक्त हो जाओगे।
- वंदनि के इतना कहते ही जल में डुबोए गए सभी ब्राह्मण जनक की सभा में पुन : प्रकट हो गए , जिनमें अष्टावक्र के पिता कहोड़ भी थे।