कुब्ज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जाति व्यवस्था में हर कोई एक दूसरे से या तो ऊँचा है या नीचा , यहॉं तक कि एक ही जाति में एक समुदाय ऊँचा है तो दूसरा नीचा, जैसे बाह्मणों में कान्य कुब्ज अपने को सर्वोपरि मानते है और दूसरे ब्राह्मणों को अपने से निम्नतर मानते हैं ।
- जाति व्यवस्था में हर कोई एक दूसरे से या तो ऊँचा है या नीचा , यहॉं तक कि एक ही जाति में एक समुदाय ऊँचा है तो दूसरा नीचा , जैसे बाह्मणों में कान्य कुब्ज अपने को सर्वोपरि मानते है और दूसरे ब्राह्मणों को अपने से निम्नतर मानते हैं ।
- जैसे क्षय ( राज्यक्षमा या Pulmonary Tuberculosis ) , कुष्ठ ( Leprosy ) , योषापष्मार ( Hysteria ) , मृगी ( Glandular Epilepsy ) , कुब्ज या कुबडापन , कर्कट ( Cancer ) , ग्रंथ्यार्बुद या कोशिकीय क्षय जिसका एक रूप वर्त्तमान समय में “ एड्स ” के नाम से जाना जा रहा है , तथा नपुंसकता आदि।
- जैसे क्षय ( राज्यक्षमा या Pulmonary Tuberculosis ) , कुष्ठ ( Leprosy ) , योषापष्मार ( Hysteria ) , मृगी ( Glandular Epilepsy ) , कुब्ज या कुबडापन , कर्कट ( Cancer ) , ग्रंथ्यार्बुद या कोशिकीय क्षय जिसका एक रूप वर्त्तमान समय में “ एड्स ” के नाम से जाना जा रहा है , तथा नपुंसकता आदि।
- इसी प्रकार शुक्र यदि नवांश में बुध के साथ , बुध की राशि तथा द्वादशांश में मंगल या शनि की राशि में हो तो अस्थि अर्बुद , त्रिशांश में हो तो वसार्बुद ( कैंसर ) , षोडशांश में हो तो रक्तार्बुद या रक्त कर्कट - जिसे चिकित्सा विज्ञान की वर्त्तमान भाषा में “ एड्स ” कहा जाता है , तथा दशांश में वक्री शनि या मंगल के साथ हो तो कुब्ज ( Carbuncle ) या कुबडापन होता है।
- बुद्ध के बाद भी आचार्यों एवं राजा महाराजाओं द्वारा माथुरों का पूर्ण सम्मान होता रहा , किन्तु उसके बाद भारत का अनेक छोटे क्षेत्रों में विभाजन हो जाने के कारण बाह्मण कहे जाने वाले ब्रह्मकर्म विरत अनेक लोग कान्य कुब्ज , गौड़ , सारस्वत , मैथिल , महाराष्ट्र , द्रविड़ [ 1 ] , गुर्जर [ 2 ] आदि अनेक छोटे-छोटे क्षेत्रों के अनुसार अपनी जाति का अलग-अलग समूह बनाकर एक ब्राह्मणत्व के स्थान पर क्षेत्रीयता के अहंकार में डूब गये।