कूष्मांडा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चंद्रमा के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए कूष्मांडा देवी की आराधना करें।
- श्री कूष्मांडा के पूजन से अनाहत चक्र जाग्रति की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
- ४ ) श्री कूष्मांडा : श्री दुर्गा का चतुर्थ रूप श्री कूष्मांडा हैं ।
- ४ ) श्री कूष्मांडा : श्री दुर्गा का चतुर्थ रूप श्री कूष्मांडा हैं ।
- स्वरूप : माता कूष्मांडा का निवास सूर्यलोक के अंदर के लोक में है।
- कूष्मांडा : चतुर्थ नव रात्रि को कूष्मांडा माता की पूजा की जाती है।
- कूष्मांडा : चतुर्थ नव रात्रि को कूष्मांडा माता की पूजा की जाती है।
- श्री कूष्मांडा के पूजन से अनाहत चक्र जाग्रति की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
- नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा देवी जी की पूजा होती है .
- श्री कूष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक नष्ट हो जाते हैं।