क्षपणक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- " चाणक्य ने कहा," जीवसिद्ध क्षपणक पर तुम्हेंसंदेह है? "" जीवसिद्ध ही क्षपणक भी है-यह कैसे? "चन्द्रगुप्त के भोलेपन पर अट्टहास कर उठे चाणक्य," हाँ जीव-~ सिद्ध क्षपणक.
- " चाणक्य ने कहा," जीवसिद्ध क्षपणक पर तुम्हेंसंदेह है? "" जीवसिद्ध ही क्षपणक भी है-यह कैसे? "चन्द्रगुप्त के भोलेपन पर अट्टहास कर उठे चाणक्य," हाँ जीव-~ सिद्ध क्षपणक.
- " चाणक्य ने कहा," जीवसिद्ध क्षपणक पर तुम्हेंसंदेह है? "" जीवसिद्ध ही क्षपणक भी है-यह कैसे? "चन्द्रगुप्त के भोलेपन पर अट्टहास कर उठे चाणक्य," हाँ जीव-~ सिद्ध क्षपणक.
- चाणक्य : तूने कैसे जाना कि क्षपणक मेरे शत्रुओं का पक्षपाती है ? दूत : क्योंकि उसने राक्षस मन्त्री के कहने से देव पर्वतेश्वर पर विषकन्या का प्रयोग किया।
- शैव , जैन तथा क्षपणक आदि मतावलंबियों के प्रभाव में पर्याप्त कमी आ गई थी और नाथ सम्प्रदाय के विकास के साथ इन सम्प्रदायों में प्रचलित अनेक पद्धतियाँ नाथ योगियों ने अपना ली थीं .
- महाकवि कालिदास , वैद्य धन्वंतरि , साहित्यकार अमर सिंह , न्याय दर्शन ज्ञाता क्षपणक , कवि वररुचि , नीति शास्त्री वेताल , गणितज्ञ वराहमिहिर , ज्योतिषी शंकु और विद्वान कवि घटकर्पर नौ रत्नों में शुमार थे।
- चाणक्य : कालपाशिक और दण्डपाशिक से यह कह दो कि चन्द्रगुप्त आज्ञा करता है कि जीवसिद्ध क्षपणक ने राक्षस के कहने से विषकन्या का प्रयोग करके पर्वतेश्वर को मार डाला, यही दोष प्रसिद्ध करके अपमानपूर्वक उसको नगर से निकाल दें।
- ( नेपथ्य में ) हटो हटो- चाणक्य : शारंगरव ! यह क्या कोलाहल है देखो तो ? चन्दन . : जो आज्ञा ( बाहर जाकर फिर आकर ) महाराज , राजा चन्द्रगुप्त की आज्ञा से राजद्वेषी जीवसिद्धि क्षपणक निरादरपूर्वक नगर से निकाला जाता है।
- चाणक्य : शारंगरव ! शारंगरव !! शिष्य : ( आकर ) आज्ञा गुरु जी ! चाणक्य : कालपाशिक और दण्डपाशिक से यह कह दो कि चन्द्रगुप्त आज्ञा करता है कि जीवसिद्ध क्षपणक ने राक्षस के कहने से विषकन्या का प्रयोग करके पर्वतेश्वर को मार डाला , यही दोष प्रसिद्ध करके अपमानपूर्वक उसको नगर से निकाल दें।
- इनमें कवि-कुलगुरू कालिदास , प्रकांड ज्योतिषी वराह मिहिर, आयुर्वेद के सर्वोपरि आचार्य धनवंतरी, वैयाकरण वरूरूचि, अमरकोष के रचयिता ओर बौध्द धर्म के आचार्य अमर सिंह, नीतिसार ग्रंथ के रचयिता घट कर्पर, ज्योतिष के विद्वान क्षपणक, तंत्र साधन और बैताल कथाओ के नाम से जनश्रुतियों में लोकप्रिय बैताल भट्ट और शबर स्वामी के पुत्र शंकु का उल्लेख मिलता है।