खड़-खड़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस ढाल में दो घंटियां होती हैं जो खड़-खड़ का आवाज करते हैं और दोहा के समय रावत इसे बजा कर अपनी बानगी रखता है ।
- इस ढाल में दो घंटियां होती हैं जो खड़-खड़ का आवाज करते हैं और दोहा के समय रावत इसे बजा कर अपनी बानगी रखता है ।
- इस ढाल में दो घंटियां होती हैं जो खड़-खड़ का आवाज करते हैं और दोहा के समय रावत इसे बजा कर अपनी बानगी रखता है ।
- अचानक कुछ खड़-खड़ हुई , ”हल्लोहः…कौन 3690 ? अच्छाहः ( एक संतोष, आया ऊंट पहाड़ के नीचे) हां हां, हां हां, हां…तो डाक्टर साहब, हम लोग क्या कर सकते हैं ?
- अचानक कुछ खड़-खड़ हुई , "हल्लोहः…कौन 3690 ? अच्छाहः ( एक संतोष, आया ऊंट पहाड़ के नीचे) हां हां, हां हां, हां…तो डाक्टर साहब, हम लोग क्या कर सकते हैं ?
- इन आवाजों में से किसी एक प्रकार के शब्द पर अपना ध्यान जमाइए , जैसे तांगा चलने की खड़-खड़ के ऊपर चित्त को केंद्रित करके उन्हीं का शब्द सुनिये और इससे उनकी दूरी, तेजी, संख्या, पहिये आदि के बारे में अनुमान लगाइये।
- क्षण भर मौन रह कर स्वयं बोलने लगती है ] कलावती-(स्वगत) रुपये लाया हूँ हूँह रुपये कितना चालाक होता है आदमी! रुपयेदेने थे! अलग क्यों हुआ? इसीलिए न कि मुझे बता दे कि लालन-पालन वह करता है? (द्वार पर खड़-खड़ होती है) आती हूँ.
- अभी संतुष्ट यादों की उजास मनु के चेहरे पर पूरी तरह से फैल तक नही पाई थी कि लगातार खड़-खड़ की आवाज़ के साथ जहाज ने दो ग़ोते लगाए और सुरक्षा पट्टी बाँधने का वह नियौन साइन बेतहाशा अपने आप में ही जलने बुझने लगा।
- गड़बड़ढकते हैं सब मिटटी कीचडबच्चा न कोई कोना नुक्कड़हांक रही पत्तों को आंधीवे लगते भेड़ों के रेवड़फटे-पुराने कपडों जैसाफेंक दिया पेड़ों ने गूदड़पेड़ हो गए सूखे नंगेसबके दिखते कंधे कूबड़सबको झड़ना ही पड़ता हैदुबला हो मोटा या अक्खड़खेलें हम सूखे पत्तों सेहोने दो होती है खड़-खड़ -गौतम सचदेव
- यह कोई घटना नहीं थी दुर्घटना तो कतई थी ही नहीं महज संयोग था कि हम खड़े थे सड़क के किनारे और हड़-हड़ , खड़-खड़ करते सामने से गुज़र गया ट्रैक्टर ट्रैक्टर के गुज़रने में भी आख़िर क्या हो सकता था हमारे लिए वो तो ड्राइवर के पासवाली जगह से गिरी थी प्लास्टिक की नन्हीं-सी डिबिया …