गजमुख का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ( स्कन्द पु.) इससे लेकर एक वर्ष तक प्रत्येक चतुर्थी का व्रत रखकर देवदेव गजमुख का प्रीतिपूर्वक पूजन करें।
- क्योंकि पार्वती जी नें गजमुख की आकृति का निर्माण किया था नाकि इन्सान के मुख वाली आकृति का।
- सभी तिथियों सहित दोनों चतुर्थियों ने भगवान गजमुख के ध्यान और नाम जप के साथ तपश्चरण प्रारंभ किया।
- वास्तुदोष निवारक गजमुख घर में शांति व समृद्धि के लिए वास्तुदोष का निवारण होना बहुत ही जरूरी है।
- वास्तुदोष के शोधन के लिए किसी चांदी के पत्तरे पर गजमुख बनवाकर दोष वाले स्थान पर दबा देना चाहिए।
- वास्तुदोष के शोधन के लिए किसी चांदी के पत्तरे पर गजमुख बनवाकर दोष वाले स्थान पर दबा देना चाहिए।
- उपरोक्ताधि स्वांग कर्मो से कृपा करें भक्तों पर भगवन योगक्षेम नित निज भक्तों का वहन करो , हे गजमुख वंदन ।
- चूंकि श्री गणेश का बाहरी स्वरूप तो अनूठा है , जिसका संबंध गजमुख या गजानन यानी हाथी के मुख से है।
- वह वेग से चला और गजमुख के सम्मुख पहुंच गया तथा अनेक प्रकार के अनर्गल प्रलाप से गजानन को डराने-धमकाने लगा।
- उस दिन प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर सिंहासनस्थ चतुर्भुज , एकदन्त गजमुख की स्वर्णमयी मूर्ति का निर्माण कराएँ और सोने की दूर्वा बनवाएँ।