गट-गट का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हां तो करना ये है कि रात को अपने पास एक एक बड़े बर्तन में शहद मिला दूध रखें और रात में जब भी नींद टूटे गट-गट पीकर सो जाएं।
- वह बैठी यह फटकार सुनती रही ; पर एक बार तो उसके मुँह से न निकला , अम्माँ , तुम क्यों इनका अपमान कर रही हो ! बैठी गट-गट सुनती रही।
- और एकदम एक्सपर्ट की तरह ढक्कन खोल गट-गट करके सारा जूस पी गया . घने जंगल के बीच का रास्ता...जगह-जगह बिकते अमरुद-इमली- खीरा और अदरक-इलायची वाले ढाबे की चाय ने हमारी वाक को और खुशनुमा बना दिया.
- काफी देर बाद काढ़ा बना तो दो लोग भयभीत हो गए कि पता नहीं क्या होगा . कहीं जहरीला निकला तो .... लेकिन जो पत्ते लाया था उसने गट-गट कर उसे पी लिया . फिर तीनों खा-पीकर सो गए .
- तुम शब्द शिल्पी , हो सकते नहीं दूर ज़मीन से देखते दिवा-स्वप्न गूंथते-शब्द , बीनते हार , मॉल , मार्ट-वाल में बाँचते-बेचते जिस्म की तरह गड़ती ज़मीन में गट-गट निहारती कविता नीर से दूर नयन शुष्क जैसे प्रज्वलित “ अग्नि ” तुम शब्द शिल्पी ••••••• !
- मैंने भी अपने बुजुर्ग का सम्मान करते हुए , हां-हां , मिलाते हुए कहा- ' हां , गुरु , लेखक न हो तो आलोचक भोजन कैसे करे और किसका करे ... । ' और परसाई ने अपने शेरवानी से एक निप निकाली , टायलेट के कारीडोर में जाकर , मुंह से लगा गट-गट की और फिर आधी मेरी ओर बढ़ा दी ... ।
- फिर घडी चार बजाती . ...आँगन तक आई धूप बरामदे में जाती और तेरे आने से खुश हो हम कितना काम कर जाते...वो सारे पौधों को पानी पिलाना....कुछ तो इतने प्यासे होते के गट-गट कर बुल्ला भी छोड़ते....और हम फूँक मार बुल्ले को तोड़ते...दीदी चाय बनाती थी....और मेरे फेवरेट चावल की कचरी भूनती .....इधर पाइप लगा जब हम मिट्टी को सीचते तो सौंधी खूसबू मेरे रोम-रोम में समां जाती....कितनी बार तो लालच में मिट्टी भी चखी है हमने ......फिर दीदी की आवाज़ “कचरी खालो आके, वरना बाद में झगडा करोगी ”