गण्डमाला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह आसन टांसिल व गले की मांसपेशियों को मजबूत करता है तथा गण्डमाला और गुल्म में भी लाभकारी होता है।
- गुण : कचनार शीतल, ग्राही, कसैला और कफ पित्त, कृमि, कोढ़, गुद्भ्रंश, गण्डमाला और व्रण को नष्ट करने वाला होता है।
- खदिरादिष्ट : सब प्रकार के चर्म रोग (फोड़े-फुंसी, खुजली आदि) गण्डमाला एवं खून की तमाम खराबियों आदि में विशेष लाभकारी है।
- गुण : कचनार शीतल, ग्राही, कसैला और कफ पित्त, कृमि, कोढ़, गुद्भ्रंश, गण्डमाला और व्रण को नष्ट करने वाला होता है।
- गण्डमाला के रोग के कारण उत्पन्न आंखों में जलन होने पर सल्फर औषधि की 3 या 30 शक्ति मात्रा का उपयोग करना चाहिए।
- गण्डमाला की गांठे या ग्रन्थियां जब पककर एवं फूटकर एक हो जाती हैं तो नाड़ी का जख्म बन जाता है जिसे अपची कहते हैं।
- साइलीशिया 12 - पर्याप्त पौष्टिक भोजन न मिलने पर बालकों की रक्ताल्पता , विशेषकर गण्डमाला से पीड़ित बच्चों के लिए साइलीशिया बहुत लाभ करती है।
- इसके प्रयोग से पेट के कीडे़ , सफेद दाग , गुदाभ्रंश ( कांच का निकलना ) , गण्डमाला , घाव एवं वातरोग आदि ठीक होते हैं।
- इसके प्रयोग से पेट के कीडे़ , सफेद दाग , गुदाभ्रंश ( कांच का निकलना ) , गण्डमाला , घाव एवं वातरोग आदि ठीक होते हैं।
- बुध की महादशा में चन्द्र के अंतर का फल जातक को कुष्ठ , गण्डमाला , क्षय , भगंदर आदि रोगों का शिकार बनना पड़ता है .