गरिमाहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस तरह इस गरिमाहीन पेशे से उन्हें प्रतिमाह 125 से 500 रूपये की ही आय होती है और त्यौंहारों या समारोहों के मौके पर उन्हे पुराने कपड़े और मिठाई भी मिल जाती है।
- यह इस बात का उदाहरण है कि कोई सांस्कृतिक संगठन रचनात्मकता से कटकर जब नौकरशाही प्रवृत्तियों के चंगुल में फँस जाता है तो उसका रवैया कैसा गरिमाहीन , अलोकतांत्रिक और ग़ैरज़िम्मेदार हो जाता है।
- साहित्यकार तो गरिमा के नाम पर गरिमाहीन हुए सो हुए , अपने ( शायर ) न्यास अध्यक्ष भी खुद के संजीदा होने का प्रमाण नहीं दे सके और अखबारों में दाता - याचकों के रूप में उनके फोटो छप गये।
- यदि शेष निर्णायक में से कोई भी एक ' अभद्र', 'गरिमाहीन' बहस में न पड़ना चाहे तो अलग बात है वर्ना तीस वर्ष एक मुक्त चर्चा के लिए पर्याप्त माने जाने चाहिए- मुझसे असहमत होने का अधिकार उनसे कौन छीन सकता है?
- श्री सत् यनारायण पटेल जिस गरिमाहीन भाषा में और तथ् यों को प्रसंगहीन और संदर्भहीन बनाकर अथवा व् यक्तिगत निष् कर्ष निकालते हुए मनमर्जी की जो रिपोर्टिंग कर रहे हैं , उस पर भी मैं अपनी आपत्ति प्रकट करना चाहता हूं।
- इसके द्वारा उसने रचना के पाठ और उसके अर्थाशयों को क्षतिग्रस्त तो किया ही है , एक नागरिक लेखक के बतौर उसने इन कहानियों के लेखक को एक गरिमाहीन, सामाजिक-आर्थिक अनिश्चयात्मकताओं से भरे निर्वासन की ओर धकेलने की लगातार कोशिश की है।
- इसके द्वारा उसने रचना के पाठ और उसके अर्थाशयों को क्षतिग्रस्त तो किया ही है , एक नागरिक लेखक के बतौर उसने इन कहानियों के लेखक को एक गरिमाहीन, सामाजिक-आर्थिक अनिश्चयात्मकताओं से भरे निर्वासन की ओर धकेलने की लगातार कोशिश की है।
- गौरतलब है कि महिला की गरिमाहीन छवि दिखाने से जुड़े कानून ( द इनडिसेंट रिप्रजेंटेशन ऑफ विमेन (प्रोहिबिशन) एक्ट, 1986) में प्रकाशनों, प्रदर्शनियों, विज्ञापनों, पर्चों, किताबों या फिल्म फोटोग्राफ में किसी भी रूप में महिलाओं की गरिमाहीन तस्वीर नहीं दिखाई जा सकती।
- गौरतलब है कि महिला की गरिमाहीन छवि दिखाने से जुड़े कानून ( द इनडिसेंट रिप्रजेंटेशन ऑफ विमेन (प्रोहिबिशन) एक्ट, 1986) में प्रकाशनों, प्रदर्शनियों, विज्ञापनों, पर्चों, किताबों या फिल्म फोटोग्राफ में किसी भी रूप में महिलाओं की गरिमाहीन तस्वीर नहीं दिखाई जा सकती।
- इसके द्वारा उसने रचना के पाठ और उसके अर्थाशयों को क्षतिग्रस्त तो किया ही है , एक नागरिक लेखक के बतौर उसने इन कहानियों के लेखक को एक गरिमाहीन , सामाजिक-आर्थिक अनिश्चयात्मकताओं से भरे निर्वासन की ओर धकेलने की लगातार कोशिश की है।