चटोरापन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पहेले के लोग संध्या के समय प्राणायाम जप ध्यान करते थे … इसलिए वे बीमार भी नहीं होते , हुये तो भी जल्दी स्वस्थ हो जाते थे … दूसरी बात संयम की प्रधानता थी … अभी थोड़ा चटोरापन बढ़ गया है … तीसरी बात जितेंद्रियता का अंश अधिक था , अभी इंद्रिया लोलुपता बढ़ गयी है …
- माँसाहार , तम्बाकू , भाँग , गाँजा , अफीम , शराब आदि नशों का सेवन , व्यभिचार , चोरी , बेईमानी , जुआ , फैशन- परस्ती , आलस्य , गंदगी , क्रोध , चटोरापन , कामुकता , शेखीखोरी , कटुभाषण , ईष्र्या , द्वेष , कृतघ्नता आदि बुराइयों को जो अपने में विद्यमान हों , उन्हें छोड़ना चाहिए ।
- माँसाहार , तम्बाकू , भाँग , गाँजा , अफीम , शराब आदि नशों का सेवन , व्यभिचार , चोरी , बेईमानी , जुआ , फैशन- परस्ती , आलस्य , गंदगी , क्रोध , चटोरापन , कामुकता , शेखीखोरी , कटुभाषण , ईष्र्या , द्वेष , कृतघ्नता आदि बुराइयों को जो अपने में विद्यमान हों , उन्हें छोड़ना चाहिए ।
- विभिन्न भावों में मंगल के फल : मानसागरी के अनुसार मंगल के विभिन्न भावों में स्थित होने से निम्न फल मिलते हैं : प्रथम - शरीर में रोग , चंचलता , द्वि तीय - तेजी और चटोरापन , तृतीय - विद्या , साहस , चतुर्थ-कष्ट , दुख , पंचम-धन व संतान की कमी , षष्ठ - शक्ति , शत्रु विजय , सप्तम - पत्नी से तिरस्कार , अष्टम - अच्छा स्वास्थ्य व सुख , नवम - चोट , भाग्यहीनता , दशम - विद्या व साहस , एकादश - धन व सम्मान और द्वादश - निर्धनता व बीमारी।