चिरचिटा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 9 . भांगरा , चिरचिटा , सरसों , सहदेई , कंकोल , वचा और श्वेत आक इन सबको समान मात्रा में लेकर कूटें और सत्व निकाल लें।
- दूसरे दिन सुबह उसे हाथों से मलकर छान लें तथा छने हुए पानी में 5 ग्राम चिरचिटा की जड़ का चूर्ण और 50 ग्राम मिश्री मिलाकर पीयें।
- दूसरे दिन सुबह उसे हाथों से मलकर छान लें तथा छने हुए पानी में 5 ग्राम चिरचिटा की जड़ का चूर्ण और 50 ग्राम मिश्री मिलाकर पीयें।
- 1 . गुर्दे की पथरी : लगभग 1 से 3 ग्राम चिरचिटा के पंचांग का क्षार बकरी के दूध के साथ दिन में 2 बार लेते हैं।
- चिरचिटा की 25 ग्राम जड़ों को चावल के पानी में पीसकर बकरी के दूध के साथ दिन में तीन बार लेने से खूनी बवासीर नष्ट हो जाता है।
- 3 . कुष्ठ : चिरचिटा के पंचांग का काढ़ा लगभग 14 से 28 मिलीलीटर दिन में 3 बार सेवन करने से कुष्ठ ( कोढ़ ) रोग ठीक हो जाता है।
- 3 . कुष्ठ : चिरचिटा के पंचांग का काढ़ा लगभग 14 से 28 मिलीलीटर दिन में 3 बार सेवन करने से कुष्ठ ( कोढ़ ) रोग ठीक हो जाता है।
- 11 . पक्षाघात -लकवा-फालिस , परालिसिस : एक ग्राम कालीमिर्च के साथ चिरचिटा की जड़ को दूध में पीसकर नाक में टपकाने से लकवा या पक्षाघात ठीक हो जाता है।
- नीम के पत्ते , निबौली , कालीमिर्च , तुलसी , सोंठ , चिरचिटा को समान मात्रा में मिलाकर 1 गिलास पानी में इतना उबाल लें कि आधा पानी उड़ जाए।
- नीम के पत्ते , निबौली , कालीमिर्च , तुलसी , सोंठ , चिरचिटा को समान मात्रा में मिलाकर 1 गिलास पानी में इतना उबाल लें कि आधा पानी उड़ जाए।