चुगना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' माँ सुनाये ज्यों लोरी, तुम भी ममत्व गीत हो गाती,' - आंगन से तुम चुगना दाना, सदा रहे यहाँ बसर तुम्हारा, छोड़ इसे तुम कहीं न जाना, -सुन्दर भाव! -प्रस्तुति पसंद आई.
- बन चकोर शशि हित , शोलों को , चुगना ही सिखा जीवन में ; निभना ही सीखा ............................................................... । 2 । मंद पवन की शीतल सिहरन , को मैंने स्वीकार किया है ;
- बन चकोर शशि हित , शोलों को , चुगना ही सिखा जीवन में ; निभना ही सीखा ............................................................... । 2 । मंद पवन की शीतल सिहरन , को मैंने स्वीकार किया है ;
- मैना तोते को आगाह करती हुई कहती है कि ऐसे अनाचारी राजा के यहाँ का दाना चुगना नर्क में जाने से भी बदतर है , जहाँ सगे भाई- बहन में शादी करवाई जा रही हो।
- ( हांलांकि अलग़-अलग़ डिक्शनरियों में ज़द शब्द के अलग़-अलग़ अर्थ जैसे चुगना, चोट, प्रहार-सीमा, लक्ष्य आदि दिए गए हैं मगर जब आप वाक्य-प्रयोग देखेंगे तो वही अर्थ ज़्यादा नज़दीक पाएंगे जो ऊपर दिए गए हैं।)
- मैना तोते को आगाह करती हुई कहती है कि ऐसे अनाचारी राजा के यहाँ का दाना चुगना नर्क में जाने से भी बदतर है , जहाँ सगे भाई- बहन में शादी करवाई जा रही हो।
- गौरेया . .. ओ.. गौरेया... पातियों के झुरमुट से, नयनों को तुम झपकाती, उद्धत-उग्र सवेरे मेरे, फुदक-फुदक कर चहका जाती, दूर तलक न उड़ना फर्र-फर्र, आंगन से तुम चुगना दाना, सदा रहे यहाँ बसर तुम्हारा, छोड़ इसे तुम कहीं न जाना, ओ..
- आओ आओ ” करके पंछियों को नीचे बुलाकर उनके सामने दाना डाल दिया करती थी और फिर तन्मय होकर उनका दाना चुगना देखती रहा करती थी | यहाँ ससुराल में जितनी अधिक हरियाली उतनी ही बड़ी तादाद में पंछी भी |
- सूरज की किरणों ने अपना जलवा बिखेरा परिंदों ने खुले मैदान में दाने चुगना शुरू किया बचों को खिलखिलाते हुए स्कूली पोषक में जाते देखा हर शै को जागते , खिलते , मुस्कुराते देखा सुनहरी धूप का आलिंगन पा खुश हो गया था मैं .
- से दाना चुगना सीखा , माँ से॥ उन्होंने घोंसला बुनना सीखा, दाना जोड़ना सीखा, माँ से॥ और अब , सीख कर यह सब, उन्होंने बनाया, अलग घोंसला, अलग जीवन, कहा अलविदा, जो न सिखाया था माँ ने,कभी॥ कह दिया माँ से॥ मेरी माँ मेरी माँ, दूर हो कर भी देती है साहस,