छंगा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- फिर उसको एक लम्बा सा पहलवान जैसा आदमी अपनी पीठ पर दो बोरे चने के लाड कर भागता दिखा , छंगा उसकी तरफ लपका और एक छोटे से चाकू से उसकी बोरी में छेद कर दिया ..
- फिर उसको एक लम्बा सा पहलवान जैसा आदमी अपनी पीठ पर दो बोरे चने के लाड कर भागता दिखा , छंगा उसकी तरफ लपका और एक छोटे से चाकू से उसकी बोरी में छेद कर दिया ..
- उसके सबसे बड़े 22 वर्षीय पुत्र सनी को बीते 8 दिसम्बर को कुइयांबूट निवासी युवक छंगा यादव अपने साथी संजय पुत्र जगदीश निवासी मिर्जापुर तालिगराम व ठेकेदार जहानगंज निवासी अवरार के साथ राजस्थान नौकरी दिलाने के बहाने ले गया था।
- बेहद नाराज नजर आ रहे छंगा ने मायावती को निशाने पर रखते हुए सीधा उलाहना दिया- ' का हमका एक ठो कालोनी नहीं दइ सकती रहीं ? ' ' कालोनी ' यानी दलितों के लिए बनाए जाने वाले सरकारी मकान।
- चंहुदिश प्यार का कैसा प्रवाह है , कि गौना तो गंगा का है , पर छंगा को लगता अपना विवाह है ; पलंग पर लेटे कल के जन्में छौने तक को , अपना ही पालना लगता पत्नी की डोली है ?
- उसने देखा भूरा एक बोरे के गिरते ही उसपर लेट गया की कोई और उसके बोरे को ना ले भागे , पर ये क्या ? वो बोरे पर लेता ही रहा और बोरे का माल सब लोगों ने बोरे में छेद कर के निकाल भी लिया ? ऐसे वक़्त में भी छंगा की होंठो में हंसी तैर गयी ..
- इसी तरह की असलाह अवैध फैक्टरी चलाने वाले ग्रामीण हईक पुत्र आधा , मुख्तार पुत्र आसीन व ताहिर पुत्र हईक व अनिल पुत्र हईक के खेत मालिक दंगा पुत्र कल्लू को लाठी उंडों से इस कदर पीटा कि उसकी हालत बनी हुई हैं छंगा के परिजों ने बताया कि उनके खेत पर जबरदस्ती मारपीट करने वाले आरोपी बंदूक बना रहे थे।
- यीशू दरबार में आये महावीर , रचना त्रिपाठी , राजकुमारी , सीता जोशी , ममता , सुमन , राजधारी , सुशील कुमार , रामचन्दर , राजा , राजू भारती , सन्तराम , त्रिभुवन सरोज , रामरती , शिवदुलारी , नीरज , शेषकली , कमलेश , छंगा , गीता सहित अनेकों उपस्थित लोगों ने अपनी अलग-अलग समस्याओं में यहां आकर फायदा पाने की बात कही।
- यीशू दरबार में आये महावीर , रचना त्रिपाठी , राजकुमारी , सीता जोशी , ममता , सुमन , राजधारी , सुशील कुमार , रामचन्दर , राजा , राजू भारती , सन्तराम , त्रिभुवन सरोज , रामरती , शिवदुलारी , नीरज , शेषकली , कमलेश , छंगा , गीता सहित अनेकों उपस्थित लोगों ने अपनी अलग-अलग समस्याओं में यहां आकर फायदा पाने की बात कही।
- बाढ़ ने चारो तरफ तबाही मचा रखी थी , बेचारा दुबला-पतला छंगा सोच रहा था कि जल्दी से कुछ खाने को मिले तो कुछ राहत मिले॥सोच रहा था अबकी बार बच गया तो नेताजी को वोट नहीं देगा , ये कोई बात हुयी ? हर बार बोलते हैं कि अबकी बाढ़ से बचाने का इन्तजाम कर देंगे पर आज तक सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला उनसे ..