छल-छंद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘ कहं काका कविराय ' के अंतर्गत काका हाथरसी की शैली में जो रेडियो जिंगल चलाए उनमें विपुल मात्रा में छल-छंद का निषेधी स् वर था और छंदों में भयंकर मात्रा-दोष।
- मैं वो शंख महाशंख ' इसी आम नागरिक की जीवन चर्या का विह्वल कर देने वाला कवित् त है जिसकी अनुगूँज में जीवन का वह छंद सुनाई देता है जो हर तरफ छल-छंद से भरा है .
- जाति - धर्म - गृह-हीन युगों का नंगा-भूखा-प्यासा आज सर्वहारा तू ही है एक हमारी आशा ये छल-छंद शोषकों के हैं कुत्सित¸ ओछे¸ गन्दे तेरा खून चूसने को ही ये दंगों के फन्दे तेरा एका¸ गुमराहों को राह दिखाने वाला मेरा देश जल रहा¸ कोई नहीं बुझाने वाला।
- तब तो राजा बनना भी आसान था क्योंकि लाखों छल-छंद करके कोई चुनाव भी नहीं जीतना पड़ता था , जबकि आज के राजाओं को तो हर पाँच साल पर सड़ी-गली जनता , जिसे देखकर घिन आती है , के दरवाजे पर जाकर हाथ जोड़ना पड़ता है और हद तो तब हो जाती है जब उनके यहाँ चाय तक पीनी पड़ जाती है।